ऑल्ट न्यूज़ के सह संस्थापक एवं तथाकथित फ़ैक्टचेकर मोहम्मद ज़ुबैर ने उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में रहने वाले एक व्यक्ति को जान से मारने की धमकी दी है। इस मामले में ज़ुबैर के विरुद्ध शिकायत भी दर्ज की गई है।
पिछले दिनों ऑल्ट न्यूज़ के संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर के विरुद्ध फेक न्यूज़ फैलाने को लेकर गाज़ियाबाद ज़िले में FIR हुई थी। इस बात को अभी लगभग एक महीना ही पूरा हुआ है कि ज़ुबैर के विरुद्ध अब मुज़फ्फरनगर में पुनः एक शिकायत दर्ज हुई है।
दरअसल इजराइल-फ़िलिस्तीन के बीच चलते विवाद को लेकर सुदर्शन न्यूज़ द्वारा एक ख़बर पर मोहम्मद ज़ुबैर ने झूठ फैलाया था। ज़ुबैर ने एक ग्राफिक को मदीना की मस्जिद बताया था जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था। इसी से सम्बंधित विषय में मुजज़फ्फरनगर के रहने वाले एक व्यक्ति अंकुर राणा ने शनिवार (24 जुलाई, 2021) को मुज़फ्फरनगर ज़िले के चरथावल थाने में FIR दर्ज कराई।
राणा ने बताया कि 13 मई, 2021 को सुदर्शन न्यूज़ द्वारा इजराइल-फिलिस्तीन के विवाद को लेकर चलाई गई खबर को राणा ने देखा। इसके बाद उन्हें ज़ुबैर द्वारा चलाई गई गलत खबर के विषय में जानकारी मिली।
इस विषय में अंकुर ने जब ज़ुबैर से बात की और सवाल किया तो ज़ुबैर ने उनके साथ गाली-गलौज की तथा इस मामले में बीच में पड़ने पर जान से मारने की धमकी भी दी। अंकुर ने इसी कारणवश पुलिस से मामले में शिकायत दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की माँग की है
मामले को लेकर ज़ुबैर के विरुद्ध आईपीसी की धारा 192 (झूठे साक्ष्य गढ़ना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना) और 506 (धमकाना) के तहत FIR दर्ज की गई है।
बता दें कि मोहम्मद ज़ुबैर के विरुद्ध ज़िला गाज़ियाबाद के एक थाने में भी शिकायत दर्ज है। यह मामला जून माह का है, जब मोहम्मद ज़ुबैर, राणा अय्यूब, सबा नक्वी समेत ‘द वायर’ और ‘इंडियन एक्सप्रेस’ जैसे मीडिया संस्थाओं ने एक मुस्लिम व्यक्ति की कुछ मुस्लिम युवकों द्वारा पिटाई को लेकर फेक न्यूज़ चलाई थी।
इन लोगों ने इंटरनेट पर एक बूढ़े मुस्लिम व्यक्ति की पिटते हुए वीडियो डालकर लिखा था कि इस व्यक्ति को हिंदू युवकों द्वारा ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए दबाव बनाया जा रहा है तथा मारा-पीटा जा रहा है। बाद में वीडियो का खुलासा सामने आया कि उस व्यक्ति को कुछ मुस्लिम युवकों द्वारा ही ताबीज़ बनाने को लेकर हुए विवाद में मारा-पीटा गया था।
इस मामले में राणा अय्यूब और मोहम्मद ज़ुबैर पर गाज़ियाबाद में एफआईआर दर्ज हुई थी, और इन्हें थाने बुलाकर पूछताछ भी की गई थी।