काले धन और वसूली के मामले में लिप्त पाए गए महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर राज्य में मुकदमा चलाया जा रहा था। इसी बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बताया है कि उनका देशमुख से संपर्क टूट गया है, एवं वे फ़रार बताए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र राज्य की राजनीति अत्यन्त जटिल रूप लेकर चल रही है। जहाँ महा विकास आघाडी में आपस में नेताओं के बीच फूट का माहौल है, वहीं मंत्रिमंडल के एक के बाद एक नेताओं पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। कुछ समय पहले राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर वसूली और काले धन को सफ़ेद करने के जैसे गंभीर आरोप लगे थे, जिनपर ED द्वारा जाँच की जा रही थी।
ईडी ने मंगलवार (03 अगस्त, 2021) को बताया कि पूर्व राज्य गृहमंत्री से उनके विभाग का संपर्क टूट गया है और वे फरार हो गए हैं। ईडी ने कहा:
“हम उनसे (अनिल देशमुख) नहीं जुड़ पा रहे हैं। हमें नहीं पता कि वह कहाँ हैं। हमें उनका सही स्थान ज्ञात नहीं है। हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि आज के आदेश के बाद वे जाँच में सहयोग करेंगे।”
ईडी द्वारा अनिल और उनके बेटे ऋषिकेश को काले धन मामले में सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जिसमें वे दोनों उपस्थित नहीं हुए। कॉन्ग्रेसी नेता की इस दादागिरी को एनसीपी के कुछ नेताओं ने अधिकार एवं शक्तियों के दुरुपयोग करार दिया।
देशमुख द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में मामले को लेकर ‘कड़ी कार्रवाई’ से बचने के लिए एक याचिका दायर की गई थी। देशमुख ने यह भी कहा था कि वे केवल सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्देश दिए जाने के बाद ही ईडी के सामने प्रस्तुत होंगे।
इसी वर्ष के प्रारंभ में पूर्व मुंबई पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को अनिल देशमुख के विरुद्ध एक पत्र लिखा था। इसमें देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे।
पत्र में परमबीर सिंह ने उद्धव ठाकरे को बताया था कि राज्य के तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सचिन वाज़े से प्रतिमाह लगभग 100 करोड़ रुपया इकट्ठा करने की बात कही थी। देशमुख द्वारा यह निर्देश दिए गए थे कि इसमें से 40-50 करोड़ रुपए मुंबई के करीब 1750 बार एवं रेस्टोरेंटों से वसूला जाए।
बता दें कि असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाज़े वही अधिकारी हैं, जिन्हें एनआईए द्वारा बम स्केयर के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
अब एजेंसी द्वारा जाँच में भी यही पाया गया कि पूर्व राज्य गृहमंत्री ने बार व ऑर्केस्ट्रा मालिकों से वसूली द्वारा लिए गए पैसे से ही 4.70 करोड़ रुपए जमा किया था।
इसी काले धन के मामले चलते देशमुख की लगभग 4 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति भी ईडी द्वारा अपने कब्ज़े में ली जा चुकी है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं NCP प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार (3 अगस्त, 2021) को देश के गृहमंत्री अमित शाह से मुलाक़ात की। बताया जा रहा है कि इस मुलाक़ात में पवार ने चीनी के दामों को लेकर गृहमंत्री से वार्ता की। बता दें कि पवार कुछ समय पूर्व 17 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी से भी मिले थे। साथ ही पवार ने आरजेडी प्रमुख लालू यादव से भी हाल ही में मुलाकात की है।
महाराष्ट्र सरकार के बीच लम्बे समय से खींच-तान चल रही है। अनुमान लगाया जा रहा है, कि इस सबके बीच शरद पवार कुछ राजनीतिक समीकरण बैठाने के फेर में हैं।