अगले माह होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर कई पार्टियों के टिकट वितरण में धाँधली देखने को मिल रही है। ऐसा ही एक उदाहरण मुज़फ्फरनगर से सामने आया जब बसपा का टिकट न मिलने पर प्रत्याशी अरशद राणा कोतवाली पहुँच गए। वहाँ उन्होंने पार्टी पर कई आरोप लगाए और खूब फूट-फूटकर रोए।
देश के सबसे बड़े राज्य में अगले माह विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश चुनाव हमेशा ही कई रोमांचक तो कई गंभीर मुद्दे सामने लाते हैं। जहाँ एक ओर कॉन्ग्रेस पार्टी पर अभियानों और टिकट बाँटने को लेकर धाँधली के आरोप लग रहे हैं। वहीं, हाल ही में बहुजन समाज पार्टी पर भी मुज़फ्फरनगर में इसी प्रकार के कुछ आरोप लगे।
मुज़फ्फरनगर ज़िले के चरथावल विधानसभा क्षेत्र के गाँव दधेड़ू के रहने वाले अरशद राणा एक लंबे समय से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के लिए कार्य कर रहे थे। उनकी पत्नी ने भी ज़िला पंचायत सदस्य पद के लिए बसपा से चुनाव लड़ा था और अरशद स्वयं मुज़फ्फरनगर की चरथावल सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयारी में थे।
बसपा ने हाल ही में इस सीट से सलमान सईद को टिकट दे दिया। बता दें कि सलमान पूर्व राज्य गृह मंत्री सईदुज्जमाँ के बेटे हैं। सलमान के कारण चरथावल से अपना टिकट कट जाने पर पहले अरशद राणा ने फेसबुक पोस्ट में अपना दुख साझा किया।
इसमें उन्होंने टिकट न मिलने के कारण कई बसपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। अपनी पोस्ट में उन्होंने आत्मदाह करने की भी धमकी दी है।
इसके उपरांत अरशद राणा अपने कुछ समर्थकों के साथ मुज़फ्फरनगर कोतवाली जा पहुँचे और वहाँ जाकर फूट-फूटकर रोने लगे। राणा ने आरोप लगाया है कि बसपा के एक नेता ने उनसे चरथावल सीट का टिकट दिलाने के लिए 67 लाख रुपए लिए थे।
साथ ही, उन्होंने कहा:
“उन्होंने मेरा तमाशा बना दिया। उन्होंने मुझे बुलाकर कहा कि तेरी जगह हम किसी और को चुनाव लड़ा रहे हैं। मैंने अखबार में रोज़ ऐड दिए होर्डिंग लगवाए, उसके बाद भी ये (बसपा) मेरे साथ ऐसा कर रहे हैं।”
राणा ने बसपा नेता को दिए गए 67 लाख रुपयों को वापस दिलाने के लिए कानूनी सहायता माँगी है। अपने फेसबुक पोस्ट में अरशद राणा ने लिखा है कि अगर बसपा के पश्चिम प्रभारी शमसुद्दीन राइन ने उनका पैसा वापस नहीं किया तो वे 2 दिन बाद लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती के आवास पर आत्मदाह कर लेंगे।
पूरे मामले को लेकर कोतवाली प्रभारी आनंद देव मिश्रा ने कहा:
“मामले की जाँच की जा रही है। जाँच के उपरांत ही आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
हालाँकि पूरे मामले पर बसपा के ज़िलाध्यक्ष सतीश रवि ने कहा कि उन्हें अरशद राणा मामले के विषय में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने अरशद राणा के पार्टी में होने को लेकर भी सवाल उठाए।