काबुल पर तालिबान के संपूर्ण कब्जे के बाद से अफ़ग़ानिस्तान में देश छोड़ने के लिए काबुल एयरपोर्ट पर लोगों की बहुत बड़ी भीड़ जमा हो गई है। इस बीच खबर आ रही है कि एयरपोर्ट पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए की गई फायरिंग में कुछ लोगों की मौत हो गई है।
भीड़ को काबू करने के लिए अमेरिकी सैनिकों को हवाई फायरिंग तक करनी पड़ रही है। बताया जा रहा है कि फायरिंग के दौरान काबुल एयरपोर्ट पर कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई। गोलियाँ किसकी तरफ के चली इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है।
इससे पहले खबरों के यह दावा किया गया था कि एयरपोर्ट के पास अमेरिकी सैनिकों ने हवा में गोलियाँ चलाई हैं। बता दें कि अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के संपूर्ण कब्जे के बाद से लोग देश छोड़ कर भाग रहे हैं।
तालिबान के कब्जे के बाद बनी डरावनी स्थिति के बीच काबुल छोड़ने के लिए लोगों में मरामारी मची हुई है। एयरपोर्ट के बचे हुए कर्मचारियों का कहना है कि तालिबान के भय का आलम ये है कि लोग बिना सामान लिए देश छोड़कर भाग रहे हैं।
काबुल एयरपोर्ट पर लोगों की भारी भीड़ देखकर ऐसा लग रहा है जैसे यह एयरपोर्ट न होकर कोई रेलवे स्टेशन या बस अड्डा हो। अभी की स्थिति ऐसी है कि एयरपोर्ट पर वीजा चेक करने के लिए भी कोई नहीं बचा है।
हालाँकि तालिबान ने फरमान जारी करते हुए लोगों से कहा है कि वे 17 अगस्त की सुबह 8 बजे तक घरों में ही रहें। काबुल एयरपोर्ट से सैन्य विमानों के अलावा सभी फ्लाइट्स बंद कर दी गई हैं, बावजूद इसके, देश छोड़कर जाने के लिए लोग एयरपोर्ट पर जमा हो रहे है।
कई लोग वीजा बनवाने के लिए अपने-अपने देशों के दूतावास के चक्कर काट रहे हैं। इन सब के बीच अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे देश अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए स्पेशल फ्लाइट चला रहे हैं। भारत ने भी काबुल से रविवार को एयर इंडिया की फ्लाइट के जरिए अपने तमाम नागरिकों को बाहर निकाला है।
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने CNN से बात करते हुए कहा कि एयरलाइंस अफगानिस्तान में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है और हालात के अनुसार काबुल के लिए भारत से निर्धारित उड़ानें संचालित करने की कोशिश कर रही है।