बांग्लादेश में तीन हिन्दू मंदिरों को कथित तौर पर अपवित्र करने की एक और घटना सामने आई है। मंदिर के बाहर एक पन्नी में बीफ लटका मिलने के बाद से अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय में आक्रोश है। पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज कर कर ली है।
बांग्लादेश में कट्टरपंथी तत्वों ने एक बार फिर अल्पसंख्यक हिन्दुओं के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का प्रयास किया है। इस बार हातिबंध उपजिला के गेंडुकुरी गाँव में तीन मंदिरों और गाँव के ही एक हिंदू परिवार के घर के बाहर प्लास्टिक के थैले में माँस (बीफ) भरकर लटकाए जाने का मामला सामने आया है।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि शुक्रवार (31, दिसम्बर, 2021) को तड़के लालमोनिरहाट जिले के एक गाँव में तीन हिंदू मंदिरों और एक घर के दरवाजे पर पॉलीथिन की थैलियों में पैक कच्चे जानवरों के माँस को लटकाए जाने की घटना सामने आई। घटना के बाद बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
हातिबंध उपजिला पूजा उद्यापन परिषद के अध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार रात गेंडुकुरी कैंप पाड़ा स्थित श्रीश्री राधा गोविंद मंदिर, गेंडुकुरी कुठीपाड़ा काली मंदिर, गेंडुकुरी बट्टाला काली मंदिर तथा मोनिंद्रनाथ बर्मन के घर के बाहर माँस भरे थैले लटकाए गए।
अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के सदस्यों ने भारत की सीमा से लगे लालमोनिरहाट जिले में घटना के पीछे शामिल दोषियों की गिरफ्तारी की माँग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने तीन मंदिरों को कथित तौर पर अपवित्र करने की शिकायत दर्ज की है।
खबर के अनुसार इस मामले को लेकर शुक्रवार रात एक स्थानीय पुलिस थाने में चार शिकायतें दर्ज कराई गईं। एक स्थानीय पत्रकार ने कहा कि इलाके के मुस्लिम निवासियों ने घटना की निंदा की और इसके लिए उन तत्वों को जिम्मेदार ठहराया जो अंतरधार्मिक सद्भाव को बाधित करना चाहते थे।
शनिवार को स्थानीय हिंदू समुदाय के सदस्यों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक मंदिर में विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने हिन्दू समुदाय कोआश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बांग्लादेश हिंदू-बौद्ध-ईसाई एकता परिषद के नेता काजल देबनाथी ने कहा कि इस तरह की घटनाएँ पहले भी देश में होती रही हैं और अपराधियों द्वारा इस तरह के कृत्य हमारे धार्मिक विश्वास और भावना को चोट पहुँचाने के लिए किया जाता है।
घटना की जाँच कर रहे पुलिस अधिकारी इरशादुल आलम ने कहा कि इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और आरोपितों की पहचान कर उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि घटना में शामिल सभी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा और कोई भी आरोपित बचेगा नहीं।
बता दें कि अक्टूबर माह में, दुर्गा पूजा के दौरान सोशल मीडिया पर एक कथित ईशनिंदा पोस्ट सामने आने के बाद बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमला किया गया था। बांग्लादेश में विभिन्न अवसरों पर मंदिरों को तोड़ने और देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को खंडित करने की कई घटनाएँ सामने आती रही हैं।
इस पर बांग्लादेश की सरकार और प्रशासन द्वारा भी कोई विशेष संज्ञान नहीं लिया जाता है। दुर्गा पूजा के अवसर पर बांग्लादेश के चितगाँव डिवीजन में आने वाले चाँदपुर ज़िले और कोमिला ज़िले से कई दुर्गा पूजा के पांडालों में तोड़फोड़ और प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त करने की तस्वीरें सामने आई थी।