आश्रम की जगह फिल्म का नाम चर्च, मदरसा क्यों नहीं: जानिए हिन्दू घृणा पर BJP MP प्रज्ञा ठाकुर ने क्या कहा

26 अक्टूबर, 2021

मध्य प्रदेश में वेब सीरीज ‘आश्रम-3’ की शूटिंग के दौरान इसके कलाकारों की हुई पिटाई के बाद यह विवाद बढ़ता नजर आ रहा है। भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने हिन्दू-घृणा से भरी वेब सीरीज ‘आश्रम’ में दिखाए गए कंटेंट को ले कर अपनी आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह वेब सीरीज अश्लीलता से भरी हुई है।

भाजपा सांसद ने यह बयान अखिल भारतीय संत समिति के एक प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए दिया। प्रतिनिधिमंडल ने वेब सीरीज ‘आश्रम-3’ पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँची है।

साध्वी प्रज्ञा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “सीरीज का नाम आश्रम क्यों है? इसका नाम कुछ और हो सकता था। वेब सीरीज देखने के बाद लोगों को भारत में आश्रमों की खराब छवि नजर आएगी।”

अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि उनके नेतृत्व वाला ‘भारत भक्ति अखाड़ा’ फिल्मों की स्क्रिप्ट, फिल्मों की सामग्री और वेब सीरीज की जाँच के लिए एक अलग विभाग बनाएगा, और यदि आवश्यक हुआ तो विवादित फिल्में बनने भी नहीं देंगे।

एक समाचार चैनल से बात करते हुए भाजपा सांसद ने कहा:

“सच तो यह है कि ये लोग हमें मजबूर कर रहे हैं कि हम वह फ़िल्म देंखें और इन पर कार्रवाई करें। ‘सनातन धर्म के विरुद्ध अगर किसी ने खिलवाड़ किया तो वह स्वीकार नहीं है। हम साधु संत पिक्चर नहीं देखते, लेकिन अब हमें एक विभाग बनाना पड़ेगा। भारत भक्ति अखाड़ा एक विभाग बनाएगा, कोई फ़िल्म रिलीज होने से पहले वहाँ देखी जाएगी। विभाग सिनेमा बनने से पहले ही उसकी पटकथा पढ़ेगा और हम इस तरह के फिल्मों के निर्माण की अनुमति नहीं देंगे।”

भोपाल से सांसद ने कहा कि वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सांस्कृतिक मंत्री उषा ठाकुर को पत्र लिखकर हिंदुओं को गलत तरीके से चित्रित करने वाली ऐसी वेब सीरीज पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहेंगी। इसके अलावा उन्होंने फिल्म निर्माताओं को चर्च और मदरसों पर फिल्में बनाने की भी चुनौती दी।

संत समाज द्वारा साध्वी प्रज्ञा को सौंपे गए ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पिछले 50 वर्षों से फिल्म निर्माता भारतीय संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।

प्रतिनिधिमंडल ने कहा- “वेब सीरीज में दिखाई गई सामग्री दुनियाभर में हिंदू संस्कृति के खिलाफ एक साजिश है। इस तरह की वेब सीरीज़ को रोकने और प्रतिबंधित करने के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए।”

प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि आश्रम सनातन धर्म के तहत साधुओं और संतों के रहने की व्यवस्था है और यह ऐसा विषय नहीं है जिसे किसी के द्वारा गलत तरीके से पेश किया जाए। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति गलत हो सकता है और मौजूदा व्यवस्था के तहत ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है लेकिन अगर कोई सनातन या हिंदू धर्म तथा उसके धार्मिक नेताओं की इस आश्रम व्यवस्था को बदनाम करता है तो यह सहन नहीं किया जाएगा।



सहयोग करें
वामपंथी मीडिया तगड़ी फ़ंडिंग के बल पर झूठी खबरें और नैरेटिव फैलाता रहता है। इस प्रपंच और सतत चल रहे प्रॉपगैंडा का जवाब उसी भाषा और शैली में देने के लिए हमें आपके आर्थिक सहयोग की आवश्यकता है। आप निम्नलिखित लिंक्स के माध्यम से हमें समर्थन दे सकते हैं: