50 सीट पर 48 OBC मुस्लिम: HC ने ममता से सब-इंस्पेक्टर भर्ती में हुए फर्जीवाड़े पर माँगा जवाब, जानिए पूरा मामला

27 अगस्त, 2021
ममता बनर्जी सरकार पर सब इन्स्पेक्टर भर्ती प्रक्रिया में धाँधली के आरोप लगे हैं

राज्य की नौकरियों में भ्रष्टाचार और मुस्लिम तुष्टिकरण को लेकर पश्चिम बंगाल की ममता सरकार एक बार फिर घिर गई है। पश्चिम बंगाल राज्य पुलिस बल में सब-इंस्पेक्टरों की नियुक्ति में धाँधली के मामले की सुनवाई एक बार फिर हाईकोर्ट में शुरू हो गई है।

भ्रष्टाचार और धाँधली के आरोपों को लेकर राज्य सरकार को हाईकोर्ट में एक के बाद एक आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। कुछ दिन पहले सरकार को भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों पर हाईकोर्ट के कड़े सवालों का सामना करना पड़ा था। अब राज्य पुलिसबल में सब-इंस्पेक्टरों की भर्ती प्रक्रिया में एक बार सरकार बुरी तरह फंसती नज़र आ रही है।

एक याचिका दायर कर हाईकोर्ट की जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस राजर्षि भारद्वाज की बेंच के सामने राज्य में सबइंस्पेक्टरों की नियुक्ति में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है। याचिका में एक ‘समुदाय विशेष’ के अभ्यर्थियों की भर्ती पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया गया है कि भर्ती प्रक्रिया में बताए गए नियमों में 100वें नियम का पालन नहीं किया गया।

याचिका में कहा गया है कि वर्ष 2019 में राज्य पुलिस में 50 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन दिए गए थे। मेरिट लिस्ट इस साल जून में जारी हुई थी। 50 सीटों की फाइनल लिस्ट में से 47 लोग एक विशेष समुदाय से हैं। याचिकाकर्ता का दावा है कि राज्य सरकार ‘पिछड़े समुदाय’ को गैरकानूनी तरीके से लाभ दे रही है।

याचिका में कहा गया है कि वर्ष 2019 में राज्य पुलिस में लगभग 50 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए जारी अधिसूचना के आधार पर देखा गया कि नियुक्त किए गए 47 उम्मीदवार एक विशेष समुदाय के थे अतः स्पष्ट है कि राज्य में नौकरियाँ देने में अनियमितता बरती जा रही है।

विश्लेषकों के अनुसार वादी अपनी याचिका में जिस ‘समुदाय विशेष’ का जिक्र किया है, वह मुस्लिम समुदाय हो सकता है। ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि पश्चिम बंगाल सरकार के ओबीसी वर्ग में दो डिवीजन हैं, ‘ए’ और ‘बी’। ‘ए’ श्रेणी में 61 समुदाय हैं। उनके लिए आरक्षण 6% है। वहीं, ‘बी’ श्रेणी में 98 समुदाय हैं। इनमें ज्यादातर मुस्लिम हैं। ए-बी श्रेणी के लिए आरक्षण 10% है।

वादी द्वारा बुधवार को हाईकोर्ट की खंडपीठ के समक्ष दायर याचिका में सीधे तौर पर कहा गया है कि राज्य सरकार ने पिछड़े समुदायों को आगे बढ़ाने के लिए बहुत कुछ किया है, लेकिन हकीकत में नौकरियों के मामले में सबसे बड़ी अनियमितता हो रही है।

याची ने आरोप लगाया कि सब-इंस्पेक्टरों की फाइनल लिस्ट की 50 सीटों में नियुक्त किए गए 47 नाम मुस्लिम समुदाय के हैं। ऐसा इसलिए मुमकिन हुआ क्योंकि राज्य में मुस्लिम समुदाय की 98 फीसदी जातियों को ओबीसी में रखा गया है।

याची ने हैरानी जताते हुए कोर्ट से कहा कि यह कैसे संभव है? 50 में से 47 सीटों पर मुस्लिमों की नियुक्ति का अर्थ है कि एक समुदाय को 96 फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है जो कि कानून के खिलाफ है। याचिका में तथ्य पेश करते हुए कहा गया है कि कानून के मुताबिक कुल आरक्षण सिर्फ 27% ही देना चाहिए, लेकिन यहाँ एक समुदाय को 96 से 98 फीसदी तक आरक्षण दिया जा रहा है।

वादी के आरोपों को सुनने के बाद कोर्ट ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार को जवाबी हलफनामा देने का निर्देश दिया है, जिसमें भर्ती प्रक्रिया को लेकर पूरी जानकारी माँगी गई है। मामले की अगली सुनवाई 23 सितंबर को है, इससे पहले सरकार को हलफनामा दाखिल करना होगा।

जानिए क्या है पूरा मामला

पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर अक्सर अल्पसंख्यक तुष्टिकरण के आरोप लगते रहते हैं। हाईकोर्ट ने जिस मामले पर राज्य सरकार से भर्ती प्रक्रिया पर जवाबी हलफनामा माँगा है वो पश्चिम बंगाल पुलिस में सब इंस्पेक्टरों की भर्ती से जुड़ा है।

जून माह में पश्चिम बंगाल पुलिस में भर्ती हुए लोगों की मेरिट लिस्ट जारी हुई, जो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई थी। इस मेरिट लिस्ट में 50 लोगों के नाम थे, जो पश्चिम बंगाल पुलिस में सेवा के लिए भर्ती हुए थे। इन 50 में से 47 नाम मुस्लिम समुदाय के अभ्यर्थियों के थे। मेरिट लिस्ट ओबीसी-ए से पास हुए अभ्यर्थियों की थी।

दरअसल पश्चिम बंगाल में नौकरियों के लिए ओबीसी की दो श्रेणियाँ हैं- ओबीसी-ए और ओबोसी-बी। सरकारी नौकरियों में ओबीसी वर्ग को 17% आरक्षण प्राप्त है। इनमें से श्रेणी ओबीसी-ए की नौकरियों में ‘अत्यधिक पिछड़ा वर्ग’ को 10% आरक्षण प्राप्त है, जबकि श्रेणी ओबीसी-बी में अन्य पिछड़ा वर्ग को 7% आरक्षण दिया गया है।

ओबीसी-ए श्रेणी में मुस्लिम समुदाय के 65% नाम शामिल हैं। इस श्रेणी में अब तक मुस्लिम समुदाय के 113 समुदायों को शामिल किया जा चुका है। राज्य सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, ओबीसी-ए में आरक्षण का लाभ प्रदेश के 2 करोड़ 50 लाख मुस्लिम ले रहे हैं, जो मुस्लिमों की कुल आबादी का लगभग 95% है।

कुछ समय पहले 6 और मुस्लिम जातियों को ओबीसी वर्ग में शामिल किया गया है, जिसके बाद 99% मुस्लिम नौकरियों में आरक्षण का लाभ ले रहे हैं। ओबीसी-ए श्रेणी में मुस्लिम समुदाय की 97% जातियाँ शामिल हैं इसलिए ओबीसी की श्रेणी ‘ए’ का सीधा फायदा सिर्फ मुस्लिम समुदाय को ही मिलता है, जबकि श्रेणी ‘बी’ में भी मुस्लिम समुदाय को फायदा मिलता है।

बता दें कि साल 2011 में बंगाल में पहली बार सत्ता में आते ही ममता बनर्जी ने बंगाल बैकवर्ड क्लास बिल 2012 पेश किया था, जिसमें ममता ने ‘सैयद’ और ‘सिद्दीकी’ जातियों को छोड़कर सभी मुस्लिमों को ‘ओबीसी ए’ श्रेणी में शामिल कर लिया था।

फरवरी, 2017 में कमिशन फॉर बैकवर्ड क्लासेस ने मुस्लिम समुदाय की अगड़ी जातियों को भी ओबीसी में शामिल करने की सिफ़ारिश की थी, जिसके बाद राज्य के 99% मुस्लिमों को नौकरियों में आरक्षण का फायदा मिल रहा है।

पश्चिम बंगाल राज्य की श्रेणी ओबीसी-ए में शामिल जातियाँ निम्नलिखित हैं:

1 Abdal (Muslim)
2 Atta (Muslim)
3 Baidya Muslim
4 Basni/ Bosni (Muslim)
5 Bayen (Muslim)
6 Beldar (Muslim)
7 Bepari /Byapari Muslim
8 Bhangi (Muslim)
9 Bhatia (Muslim)
10 Bhuiya/Bhunya (Muslim)
11 Borah /Bara /Bora (Muslim)
12 Chowduli (Muslim)
13 Dhanuk
14 Dhatri/Dai/Dhaity (Muslim)
15 Dhukre (Muslim)
16 Dhunia
17 Fakir, Sain
18 Gayen (Muslim) converts to Christianity and their progeny
19 Gharami (Muslim)
20 Ghorkhan
21 Ghosi (Muslim)
22 Goldar/Golder (Muslim)
23 Gorey (Muslim)
24 Hajjam (Muslim)
25 Halsana (Muslim)
26 Hati (Muslim)
27 Hawaikar (Muslim)
28 Hawari (Muslim)
29 Jatuya (Muslim)
30 Jogi 30 Gazi (Muslim)
31 Jolah (Ansari-Momin)
32 Kalwar
33 Kan (Muslim)
34 Kasai
35 Kayal (Muslim)
36 Khajonkriya /Khajankriya (Muslim)
37 Khandait
38 Khansama
39 Khondekar/Khonkar (Muslim)
40 Khotta Muslim
41 Kosta /Kostha
42 Lakhera /Laahera Quaji (Muslim)
43 Mahaldar (Muslim)
44 Mai Muslim
45 Majhi/ Patni Muslim
46 Mallick
47 Midde
48 Muchi/ Chamar Muslim
49 Muslim Barujibi/ Barui
50 Muslim Bhatiyara
51 Muslim Biswas
52 Muslim Chutor Mistri
53 Muslim Dafadar
54 Muslim Haidar
55 Muslim Jamadar
56 Muslim Kalander
57 Muslim Laskar
58 Muslim Mali, Faraji (Muslim)
59 Muslim Mandal
60 Muslim Molla
61 Muslim Nehariya
62 Muslim Penchi
63 Muslim Piyada
64 Muslim Rajmistri
65 Muslim Sanpui
66 Muslim Sardar
67 Naiya (Muslim)
68 Nashya-Sekh
69 Nikari (Muslim)
70 Pahar (Muslim)
71 Patidar
72 Raptan (Muslim)
73 Rayeen (Kunjra)
74 Roniwar
75 Sekh/Seikh
76 Shershabadia
77 Shikari/ Sikari (Muslim)
78 Siuli (Muslim)
79 Sukli
80 Tutia (Muslim)
81Hazari (Muslim)
82 Shankakar
83 Sunuwar
84 Sutradhar
85 Swarnakar
86 Tal-Pakha Benia
87 Tamboli/ Tamali
88 Tanti, Tantubaya
89 Tarafdar (Muslim)
90 Teli, Kolu
91 Thami
92 Turha
93 Yogi, Nath
94 Gurung
95 Layek (Muslim)
96 Khas
96 Shikder/Shikdar/Sikder/Sikdar (Muslim)



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