मदर टेरेसा ट्रस्ट का FCRA लाइसेंस 2 सप्ताह के भीतर केंद्र ने फिर किया बहाल, ममता बनर्जी ने जताई थी आपत्ति

08 जनवरी, 2022 By: DoPolitics स्टाफ़
केंद्र ने बहाल किया मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी का FCRA पंजीकरण

भारत सरकार ने शुक्रवार (7 दिसंबर, 2021) को मदर टेरेसा के मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी (MOC) के फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (Foreign Contribution Regulation Act) (FCRA) पंजीकरण को पुनः बहाल कर दिया। हालाँकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में ‘एडवर्स इनपुट’ का हवाला देते हुए पंजीकरण को पुनर्स्थापित करने से इनकार कर दिया था।

पहले 25 दिसंबर, 2021 को केंद्र ने भारत में पुनः चैरिटी के पंजीकरण के नवीनीकरण न करने का निर्णय लिया था। इस पर एक राजनीतिक विवाद छिड़ गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार, 1950 में नोबल शांति पुरस्कार विजेता द्वारा स्थापित यह संस्था, दिसंबर 2021 में FCRA के दायरे से निकाल दी गई थी। 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस फैसले के लिए केंद्र सरकार पर तीखा हमला करने वालों में से एक थीं, उन्होंने गृह मंत्रालय पर कोलकाता में स्थित संगठन के बैंक खातों को फ्रीज़ करने का आरोप लगाया था।

गृह मंत्रालय ने इस आरोप का तुरंत खंडन किया, जिसमें ज़ोर देकर कहा गया था –

“रिकॉर्ड को ध्यान में रखते हुए, मिशनरीज ऑफ चैरिटी के नवीनीकरण आवेदन को मंजूरी नहीं दी गई थी। मिशनरीज ऑफ चैरिटी का एफसीआरए पंजीकरण 31 दिसंबर, 2021 तक वैध था। एमएचए ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी के किसी भी खाते को फ्रीज़ नहीं किया।”

27 दिसंबर, 2021 को एक बयान में, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह भी कहा कि उनका FCRA पंजीकरण, जो शुरू में 31 अक्टूबर, 2021 तक वैध था उसे 31 दिसंबर, 2021 तक बढ़ाया भी गया था।


चैरिटी ने भी उसी दिन एक बयान में भी पुष्टि की कि उसने अपने केंद्रों से कहा कि जब तक मामला हल नहीं हो जाता तब तक विदेशी योगदान के खातों का संचालन नहीं करना चाहिए।

रिपोर्ट्स की मानें तो अब मिशनरी द्वारा MHA को आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद मदर टेरेसा के मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी के लिए FCRA पंजीकरण बहाल किया गया है।

टीएमसी नेता ने साधा प्रधानमंत्री पर निशाना 

बता दें कि ओडिशा में यह मिशनरी भुवनेश्वर के बाहरी इलाके में एक कुष्ठ रोग घर संचालित करती है। इसमें लगभग 12 अनाथालय भी चलाए जाते हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इन आश्रय गृहों को चालू रखने के लिए चैरिटी को 79 लाख रुपयों की मंज़ूरी दी थी। 


साथ ही शनिवार को तृणमूल कॉन्ग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने FCRA पंजीकरण के विषय में ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए लिखा:

“मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के लिए FCRA पंजीकरण वापस आ गया है। ‘एडवर्स इनपुट’ ने बहुतों को परेशान किया और फिर दो सप्ताह में गायब हो गया। प्यार की ताकत 56 इंच की ताकत से अधिक मज़बूत होती है।”



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