रायपुर में हुई धर्म संसद के दौरान विवादास्पद बयानबाज़ी को लेकर गिरफ्तार किए गए कालीचरण महाराज को लेकर अब साधु समाज सामने आ रहा है। डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी ने इसी विषय में एक वीडियो बनाते हुए कालीचरण महाराज को अपना समर्थन दिया है और उनकी जल्द ज़मानत की माँग की है।
रविवार (26 दिसंबर, 2021) को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुई धर्म संसद से कालीचरण महाराज का एक वीडियो सामने आया था। इसमें वे मोहनदास करमचंद गाँधी को लेकर कुछ कथित आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे और नाथूराम गोडसे की प्रशंसा करते हुए भी देखे गए थे। घटना के 3 दिनों के भीतर ही छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा कालीचरण को मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले को लेकर अब नेताओं से साधुओं तक चर्चा प्रारम्भ हो गई है। जहाँ एक ओर छत्तीसगढ़ की कॉन्ग्रेस और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार कालीचरण की गिरफ्तारी को लेकर आमने-सामने हैं, वहीं देश का साधु समाज भी कालीचरण के समर्थन में सामने आया है।
शुक्रवार (31 दिसंबर, 2021) को डासना देवी मंदिर के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वे कई साधु-संतों के बीच बैठे दिखते हैं और उन्होंने कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई और इस विषय में अपने विचार भी सामने रखे।
उन्होंने कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी को अन्यायपूर्ण बताते हुए इस घटना की पूर्ण भर्त्सना की। आगे उन्होंने छत्तीसगढ़ की कॉन्ग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कॉन्ग्रेस सरकार ने बहुत निर्लज्जता पूर्ण कार्य किया है।
उन्होंने आगे कालीचरण के समर्थन में कहा:
“गाँधी नाम की गंदगी के कारण आज कालीचरण महाराज को जिन्होंने गिरफ्तार किया है माँ और महादेव उनका समूल विनाश करेंगे। गाँधी के बारे में कालीचरण जी महाराज ने जो कहा हम उससे शत-प्रतिशत सहमत हैं और हर परिस्थिति में कालीचरण महाराज के साथ हैं।”
आगे यति नरसिंहानंद ने यह भी कहा कि उन्हें आशा है कि जल्द से जल्द कालीचरण की ज़मानत हो जाएगी और वे बाहर आ जाएँगे, परंतु अगर उनकी ज़मानत में देरी हुई तो वे और उनके लोग स्वयं जाकर कालीचरण महाराज के लिए संघर्ष करेंगे।
यति नरसिंहानंद ने आगे कहा:
“अगर कालीचरण महाराज की ज़मानत में देरी करी गई तो हम सभी जाकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के आवास पर आमरण अनशन करेंगे।”
अंत में डासना मंदिर के महंत ने सभी संतो, भक्तों और सनातन के मानने वालों से यह अनुरोध किया कि कालीचरण महाराज का साथ दें। अगर धर्म के लिए लड़ने वालों का साथ नहीं दिया गया तो कोई अवतार उन्हें बचाने नहीं आएगा।