दिल्ली की औरंगज़ेब लेन के बाद अब दिल्ली की अकबर रोड का नाम बदलकर हाल ही में हेलीकॉप्टर क्रैश में बलिदान हुए भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखने की माँग उठ रही है।
बुधवार (8 दिसंबर, 2021) को तमिलनाडु के कुन्नूर क्षेत्र में एक भीषण दुर्घटना हुई। इसमें वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार 14 में से 13 लोग वीरगति को प्राप्त हो गए।
इन 13 लोगों में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सेना के अधिकारी शामिल थे। देशभर ने नम आँखों से 10 दिसंबर, 2021 को इन सभी वीरों को श्रद्धांजलि दी और दिल्ली में इनका अंतिम संस्कार हुआ।
हाल ही में आनंद रंगनाथन ने इस मामले में एक महत्वपूर्ण बात कही थी। उन्होंने प्रधानमंत्री से दिल्ली में स्थित इस्लामी आक्रांता औरंगजेब के नाम की एक सड़क को दिवंगत जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखने का आग्रह किया।
ऐसे ही एक समान मामले में दिल्ली भाजपा ने नई दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल (NDMC) को दिल्ली में स्थित अकबर रोड का नाम बदलकर पूर्व दिवंगत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत के नाम पर रखने की माँग की है।
दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल ने हाल ही में एनडीएमसी के अध्यक्ष को लुटियंस दिल्ली में स्थित अकबर रोड का नाम बदलने को लेकर एक चिट्ठी लिखी, जिसमें नवीन लिखते हैं:
“आपसे अनुरोध है कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की यादगार को दिल्ली में स्थाई रूप देने के लिए अकबर रोड का नाम जनरल बिपिन रावत रोड के नाम पर किया जाए। जनरल रावत के सम्मान में पालिका की ओर से यह एक सही मायनों में श्रद्धांजलि होगी, ऐसा मेरा मानना है।”
इस मामले में एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा:
“किसी सड़क का नाम बदलना एनडीएमसी में एक प्रक्रिया के तहत किया जाता है। हम इस मामले में चर्चा करेंगे कि कौन सी सड़क को जनरल रावत के नाम पर रखा जाए।”
बता दें कि अकबर रोड दिल्ली की एक महत्वपूर्ण सड़क मानी जाती है और यह इंडिया गेट को तीन मूर्ति गोल चक्कर से जोड़ती है। पहले भी इस सड़क का नाम बदलने बातें हुई हैं।
जेएनयू के प्रोफेसर रंगनाथन और अब दिल्ली भाजपा की ओर से भी इस विषय में निरंतर अनुरोध के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि जल्द ही जनरल रावत के नाम पर दिल्ली की किसी महत्वपूर्ण सड़क का नाम रखा जाएगा। अब यह अकबर रोड होती है या औरंगज़ेब लेन यह आने वाला समय बताएगा।