पश्चिम बंगाल में चल रहे कोयला एवं मवेशी तस्करी मामले में पूर्व तृणमूल नेता बिनय मिश्रा के साथ-साथ उसके माता-पिता भी देश में फरार हो गए हैं। सीबीआई को कोलकाता उच्च न्यायालय द्वारा इस मामले में जाँच के निर्देश दिए गए थे, जिसके बाद सीबीआई ने यह साक्ष्य सामने रखे।
पश्चिम बंगाल राज्य में लंबे समय से कोयले की तस्करी एक आम अपराध की भाँति ही जारी है। इसके साथ-साथ अब पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ ‘गठबंधन’ कर के आरोपितों ने यहाँ कोयले के साथ-साथ मवेशियों की तस्करी भी प्रारंभ कर दी थी। राज्य में कोयला और मवेशी तस्करी के मामले की जाँच लंबे समय से जारी थी।
ऐसे ही एक मामले को लेकर पूर्व तृणमूल कॉन्ग्रेस के नेता बिनय मिश्रा का नाम मुख्य आरोपित के रूप में सामने आया था, जिसके उपरांत सीबीआई ने उनके और उनके परिवार विरुद्ध कार्रवाई प्रारंभ की थी।
इस मामले में सीबीआई तृणमूल के कई उच्चस्तरीय नेताओं से भी पूछताछ कर चुकी है। इसमें राज्य की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी एवं उनकी बहन मेनका गंभीर तक से पूछताछ की जा चुकी है।
कुछ साक्ष्य और तथ्यों को देखते हुए कोलकाता उच्च न्यायालय ने तृणमूल के पूर्व नेता बिनय मिश्रा के विरुद्ध सीबीआई को खुली जाँच करने के निर्देश दे दिए थे।
पूरे मामले पर सोमवार (2 अगस्त, 2021) को सीबीआई ने कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने रखे। सीबीआई ने बताया कि बिनय मिश्रा के माँ-बाप तस्करी मामले की जाँच से बचने के लिए देश से फ़रार हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि वे कैरेबियाई द्वीप के ग्रेनाडा में जा छिपे हैं। कुछ समय पूर्व वहाँ पहुँचने के बाद बिनय के माँ-बाप ने ग्रेनाडा में ही शरण ले ली है।
सीबीआई ने मामले को लेकर उन्हें चार नोटिस भिजवाए, परंतु वे लोग सीबीआई के समक्ष प्रस्तुत नहीं हुए। जाँच के बाद सामने आया है कि वे जुलाई माह के मध्य में ही देश छोड़कर फरार हो चुके थे।
बता दें कि उनका बेटा एवं तस्करी मामले का मुख्य आरोपित बिनय मिश्रा सितंबर, 2020 में ही देश छोड़कर भाग गया था एवं उसने भारतीय नागरिकता भी त्याग दी थी। सीबीआई इस मामले पर अभी जाँच कर रही है कि आरोपित के माँ-बाप ने भी भारतीय नागरिकता छोड़ दी है या नहीं।
बता दें कि सीबीआई ने फरवरी माह में बीएसएफ कमांडेंट सतीश कुमार एवं 6 अन्य को करोड़ों रुपए के मवेशी तस्करी मामले में आरोपित पाया था। राज्य में विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने विभिन्न मौकों पर तृणमूल के बड़े नेताओं के भी इस मामले में शामिल होने की बात कही है।
पूरे मामले में बिनय मिश्रा के साथ-साथ उसका भाई बिकाश मिश्रा एवं इनके घरवाले भी शामिल थे। इनके माँ-बाप का नाम बिनय द्वारा बनाई गई कई जाली कंपनियों में डायरेक्टर के रूप में लिखा गया था।