‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ की रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक की मूल कंपनी ‘मेटा’ ने अपने अमेरिकी कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए एक घोषणा की है। मेटा ने यह सूचना जारी की है कि उनके ऑफिस में काम करने के लिए कर्मचारियों को COVID-19 ‘बूस्टर’ शॉट लगवाना आवश्यक होगा।
मेटा के प्रवक्ता ट्रेसी क्लेटन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि ‘मेटा’ ने पहले ही कहा था कि अमेरिकी कार्यालय के कर्मचारियों को कार्यालय लौटने पर COVID-19 के लिए टीकाकरण करना होगा, लेकिन 28 मार्च से, उन्हें बूस्टर वैक्सीन के प्रमाण की भी आवश्यकता होगी।
कंपनी ने एक बार फिर अपने कार्यालय को विधिवत पूर्ण रूप से खोलने की तारीख 28 मार्च तक बढ़ा दी है। फेसबुक ने हालाँकि पहले कर्मचारियों के लौटने की तारीख 31 जनवरी घोषित की थी, लेकिन अब जो लोग कार्यालय से काम करने का विकल्प चुनते हैं, उनके लिए कार्यालय खुलने की नई तारीख 28 मार्च है।
कंपनी के मानव संसाधन डिपार्टमेंट के उपाध्यक्ष जेनेल गेल ने कहा, “हम मानते हैं कि कुछ कर्मचारी वापस आने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं हैं। हम उनके लिए काम करने के सबसे अच्छे विकल्पों की पेशकश करना जारी रखेंगे। हमारे कर्मचारी इस बारे में स्वयं निर्णय ले सकते हैं कि वे कहाँ काम करना पसंद करेंगे।”
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि फेसबुक के कर्मचारियों के पास यह तय करने के लिए 14 मार्च तक का समय है कि वे ऑफिस से काम करना चाहते हैं या नहीं। यदि वे बहुत ऑफिस में काम करने के लिए तैयार नहीं हैं, तो वे अस्थायी रूप से घर से काम करने का अनुरोध कर सकते हैं।
जिन कर्मचारियों ने स्वास्थ्य या धार्मिक कारणों से टीका नहीं लगावाया है, वे भी अस्थायी रूप से या स्थायी रूप से घर से काम करने का अनुरोध कर सकते हैं। जो कर्मचारी 14 मार्च तक कोई फैसला नहीं ले पाते, उन्हें बर्खास्तगी सहित अन्य अनुशासनात्मक कार्रवाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
कंपनी के प्रवक्ता लोरा ली एरिकसन ने कहा कि हम अपने उन कर्मचारियों की मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो टीका लगवा सकते हैं। हमारी टीकाकरण नीति के पीछे मजबूती से खड़े हैं। उन्होने कहा टीकाकरण सबसे महत्वपूर्ण तरीकों में से एक हैं, जिससे हम अपने कर्मचारियों को सुरक्षित रखते हुए, अपनी सेवाओं को चालू रख सकते हैं।
इससे पहले, गूगल (Google) ने भी घोषणा की थी कि वह उन कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा, जिन्होंने कोविड का टीका नहीं लगाया गया है। दिग्गज सर्च कम्पनी गूगल ने कथित तौर पर कर्मचारियों को एक मेमो जारी किया था, जिसमें कहा गया था जिसमें कर्मचारियों को कोविड टीकाकरण सम्बन्धी निर्देश दिए गए थे।
मेमो के अनुसार जो कर्मचारी 18 जनवरी तक टीकाकरण नियमों का पालन करने में विफल रहते हैं, उन्हें 30 दिनों के लिए ‘पेड एडमिनिस्ट्रेटिव लीव’ पर रखा जाएगा। उसके बादउन्हें छह महीने के लिए ‘अवैतनिक व्यक्तिगत अवकाश’ पर रखा जाएगा। अगर उन्हें तब भी वो टीकाकरण नहीं करवाते तो उन्हें कंपनी छोड़ने के लिए कहा जाएगा।