बिहार: दहेज का झूठा मामला बनाया, अब पुलिस की गुंडागर्दी के सहारे वृद्धा से मारपीट और वसूली

02 नवम्बर, 2021 By: पुलकित त्यागी
आधी रात को घर में घुसी पुलिस, बूढ़ी महिला से मारपीट, पैसों की माँग

बिहार के वैशाली ज़िला स्थित बिझरौली गाँव से बिहार पुलिस की क्रूरता और गुंडागर्दी का एक ताजा उदाहरण सामने आया है। बिहार पुलिस द्वारा एक बूढ़ी महिला के घर पर आधी रात को हमला किया गया और घर में तोड़फोड़ की गई। इस मामले में पुलिस अधीक्षक (SP) को शिकायत भेजी गई है, परंतु अब तक कोई कड़ा कदम नहीं उठाया गया है।

लंबे समय से बिहार में स्थापित सरकार गुंडागर्दी समाप्त करने और जंगलराज मिटाने के दावे करती है, परंतु जमीनी हकीकत से पता चलता है कि स्वयं बिहार पुलिस द्वारा ही आम जनता को आतंकित किया जा रहा है। एक ऐसा ही एक मामला 31 अक्टूबर, 2021 को बिहार के वैशाली ज़िले से सामने आया।

डू-पॉलिटिक्स से बातचीत करते हुए रवि कुमार बताते हैं कि किस तरह उनके घर पर आधी रात को पुलिसकर्मियों द्वारा हमला किया गया और उनकी बूढ़ी माँ के साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया।


रवि ने हम से बातचीत में बताया कि उनकी माँ मीना कुमारी आयु लगभग 65 वर्ष है और वे स्वर्गीय प्रोफेसर विजयकांत चौधरी की विधवा हैं। वे लोग बिझरौली गाँव के रहने वाले हैं और उनका क्षेत्र तीसिऔता थाने के अंतर्गत आता है।

रविवार (31 अक्टूबर, 2021) की रात को लगभग 12:00 बजे उनके घर में महिला पुलिस समेत हाजीपुर थाने के करीब 10 से 12 पुलिसकर्मी ज़बरन घुस गए।

वे लोग घर की दीवार फाँद कर अंदर घुसे और दरवाज़े की कुंडियाँ तक तोड़ डालीं। इसके बाद वे उनकी माँ मीना कुमारी के शयनकक्ष में घुसे और अभद्रता एवं गाली-गलौज करने लगे। उन्होंने बूढ़ी महिला से ₹50,000 की फिरौती की भी माँग की।



महिला द्वारा विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने कहा कि जिस तरह उन्होंने उनके बेटे निशिकांत को जेल भेजा है, उसी तरह के पूरे परिवार को जेल में डाल देंगे। पुलिस ने महिला के साथ हाथापाई भी की एवं विरोध करने पर पुलिस अधिकारी सुधा कुमारी ने महिला को लात मारकर गिरा दिया।

पूरे मामले को लेकर पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधीक्षक (SP) को श्रीमती सुधा कुमारी के विरुद्ध शिकायत दी है, परंतु रवि ने हम से बातचीत में बताया कि फिलहाल मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।



दहेज के झूठे मामले में फँसा कर ससुराल वालों का उत्पीड़न

बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब रवि के परिवार को इस तरह बिहार पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। दरअसल पूरा विवाद रवि के परिवार और उनके छोटे भाई डॉक्टर निशिकांत की पत्नी के बीच वर्ष 2017 से चल रहा है। 

डू-पॉलिटिक्स से बात करते हुए रवि ने कुछ दस्तावेज़ दिखाए जिनसे यह सामने आता है कि उनके छोटे भाई की पत्नी अनुपम कुमारी और उनके परिवार ने शादी में रवि के परिवार के साथ धोखाधड़ी की थी, जिसके बाद से ही दोनों परिवारों के बीच विवाद है।



अनुपम कुमारी ने अपने पति निशिकांत, उनकी माँ मीना कुमारी, दो बहनों एवं स्वयं रवि के भी विरुद्ध दहेज के मामले समेत धरा 498A के साथ-साथ बलात्कार एवं हत्या के प्रयास के भी मुकदमे दर्ज कर दिए थे।

हालाँकि, उच्च न्यायालय द्वारा इस मामले पर स्टे लगा दिया गया था परंतु रवि कहते हैं कि अनुपम के परिवार द्वारा पुलिस की मदद से निरंतर उनके परिवार को मानसिक प्रताड़नाएँ दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस इससे पहले भी कई बार उनके घर में ज़बरन घुस चुकी है और उनसे पैसे ऐंठ चुकी है।

बता दें कि रवि के परिवार के लोग पहले भी अनुपम और उसके सम्बन्धियों यानी अनिल कुमार सिंह और आनंद कुमार के विरुद्ध मामला दर्ज कर चुके हैं। इसमें उन्होंने कहा है कि रवि कुमार और उनके छोटे भाई निशिकांत चौधरी के विरुद्ध चार झूठे मुकदमे दायर कर घिनौने आरोप लगाए गए हैं, जिसके बाद रवि के पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है और पैसे और जायदाद की भी माँग की जा रही है।


रवि ने इस मामले में इंसाफ की माँग करते हुए कहा कि इस तरह पुलिस वालों द्वारा किसी के घर में आधी रात को घुसने का क्या मतलब है? उनकी बूढ़ी माँ के साथ आधी रात को मारपीट की गई और अब तक प्रशासन द्वारा कोई संज्ञान भी नहीं लिया गया है। रवि चाहते हैं कि जल्द से जल्द मामले को लेकर कार्रवाई हो और उनके परिवार को न्याय मिले।



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