हिन्दू परिवार के 5 सदस्यों की हत्या के लिए मोहम्मद रहीस दोषी साबित, एक वर्ष की बच्ची बची थी जीवित

19 जनवरी, 2022 By: DoPolitics स्टाफ़
File photo

फिजी में हिन्दू परिवार के 4 लोगों की हत्या के लिए फिजी की एक अदालत ने एक बस चालक और परिवार के पड़ोसी मोहम्मद रहीस यूसुफ को दोषी ठहराया है। 1 वर्षीय बच्ची शवों के पास जिंदा मिली थी। 65 वर्षीय मोहम्मद रहीस, यूसूफ फिजी का नागरिक हैं, लेकिन स्थायी रूप से न्यूजीलैंड में रहता है।

छुट्टियाँ मनाने निकले हिन्दू परिवार के 5 सदस्यों के शव 26 अगस्त, 2019 को नौसोरी हाइलैंड्स एक दूरस्थ चट्टान पर पाए गए थे। मृत पाए गए पाँच लोगों में निर्मल कुमार (63), उनकी पत्नी उषा देवी (54), उनकी बेटी नीलेशनी काजल (34) और उनकी बेटियाँ सना (11) और समारा (8) थीं।

परिवार के पड़ोसी और बस ड्राइवर मोहम्मद रहीस यूसुफ पर फिजी की एक अदालत में निर्मल कुमार, उनकी पत्नी उषा देवी, उनकी बेटी नीलेशनी कला और उनके दो बच्चों सना और समारा की हत्या के लिए मुकदमा चल रहा था। हिन्दू परिवार फिजी के नौसोरी हाइलैंड्स में मोहम्मद रहीस के साथ उसकी बस से ही छुटियाँ मनाने निकला था।

हत्यारा मोहम्मद रहीस यूसुफ

मृतकों के बीच परिवार की एक बच्ची जीवित पाई गई थी। शवों के बगल में, नीलेशनी कला की भतीजी एक वर्षीय समायरा कुमार के जीवित पाए जाने के बाद, मोहम्मद रहीस पर हत्या के प्रयास का भी मुकदमा चल रहा था। रहीस को हत्या के प्रयास का भी दोषी पाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि सभी हत्याएँ जहर देकर की गई थी।

किसान ने सबसे पहले देखे थे शव

सेतरेकी नलगा नामक एक किसान और चरवाहे ने अपनी गायें खोजते समय, 26 अगस्त 2019 की सुबह शवों को सबसे पहले देखा और पुलिस को सूचना दी थी। सेतरेकी नलगा ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने सबसे पहले बच्ची समायरा को देखा था, जो उस समय एक वर्ष की थी।

उन्होंने बताया, “बच्ची एक शव के बगल में बैठी थी और उसने अपना सिर शव पेट पर रखा था। बच्ची ने मेरी तरफ देखा और फिर पीछे मुड़कर देखा। मैं यहाँ जीवन भर रहा हूँ और मुझे तुरंत पता चल गया था कि यह सामान्य नहीं था। इसके बाद मैनें कई बार पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी।”

मृतक हिन्दू परिवार( फाइल फोटो)

नलगा ने कहा कि उन्हें अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि बच्ची बच गई, क्योंकि जिस स्थान पर शव मिले थे वह एक खतरनाक और ढलाऊ चट्टान थी। बच्ची भटक सकती थी, चट्टानों से गिर कर मर सकती थी। रविवार की रात यहाँ बहुत ठंड थी। इतनी सर्दी में, रात भर अकेले रहकर भी बच्ची कैसे बच गई, यह तो भगवान ही जाने।”

नालगा ने कहा कि शवों को एक चट्टान के शीर्ष पर एक ‘गलीचे’ पर एक निश्चित पैटर्न में रखा गया था। यह सब बहुत ही संदिग्ध लग रहा था। नलगा ने कहा कि एक काले शरीर की महिला, बाकी शवों से कम से कम 20 मीटर की दूरी पर हाथ में एक खाली बोतल के साथ लेटी हुई थी।

उन्होंने कहा कि शव ऐसे लग रहे थे जैसे उन्हें एक पैटर्न में रखा गया हो। मृतक महिला अकेली थी, जिसके पास एक बोतल थी। वह एक कोक पेय की बोतल थी, लेकिन उस पर कोई लेबल नहीं था और वह खाली थी।

ज़हर देकर की हत्या

लुतोका उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति तुषारा राजसिंघे ने कहा कि पोस्टमॉर्टम जाँच के नतीजे बताते हैं कि पीड़ितों की मौत जहरीले पदार्थ के सेवन से हुई है। अभियोजन पक्ष ने संदेह से परे साबित कर दिया कि रहीस ने ही परिवार को जहर देकर उनकी हत्याएँ कीं।

अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। उसे शुक्रवार को सजा सुनाई जाएगी। फैसले के बाद रहीस की पत्नी ने कहा कि उनके बहुत बड़ा अन्याय हुआ है। मेरा पति बुरा आदमी नहीं है। मुझे पूरा यकीन है कि वह निर्दोष है। उन्होंने कहा कि उनके वकील अगले हफ्ते फैसले के खिलाफ अपील दायर करेंगे।”

पड़ोसी थे मृतक परिवार और हत्यारा, मृतक की बेटी से थे ‘सम्बंध’

बता दें कि परिवार फिजी के नौसोरी हाइलैंड्स में मोहम्मद रहीस की बस में छुटियाँ मनाने निकला था। रहीस वह अंतिम व्यक्ति था, जिसने मृतकों को अंतिम समय में जीवित देखा था। रहीस और निर्मल एक-दूसरे को पहले से जानते थे। वे पश्चिमी फिजी के नाडी में लीगलेगा बस्ती में पड़ोस में रहते थे।

जब रहीस न्यूज़ीलैंड में था, तब निर्मल रहीस के घर की देखभाल करते थे। मोहम्मद रहीस अपनी पत्नी के साथ क्राइस्टचर्च में रहता था और एक बस चालक है। मृतक के परिवार में साथ ही यूसुफ भी छुट्टियाँ मनाने निकला था। रहीस को परिवार के शव मिलने के कुछ दिन बाद ही पत्नी फिजी पुलिस ने देश छोड़ने से रोक दिया था।

हत्यारे ने आरोपों से किया था इन्कार

हालाँकि, रहीस अंत तक अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार करता रहा। रहीस ने अदालत को बताया कि उसने 25 अगस्त की सुबह उसने नौसोरी हाइलैंड्स में निर्मल कुमार के परिवार को छोड़ दिया था। और जब वह वहाँ से निकला तब वे सब जीवित थे।

रहीस ने अदालत से कहा कि उसके घर में कुछ मेहमान आने वाले थे, इसलिए वह कुछ खरीदारी करने के लिए लौट आया था। उसका कहना है कि अगर उसने परिवार की हत्या की होती, तो वह तुरंत न्यूजीलैंड भाग जाते। रहीस ने कहा कि मृतक निर्मल कुमार उसका अच्छा दोस्त था और वे एक-दूसरे को सालों से जानते थे।

जबकि अभियोजन पक्ष ने दावा किया कि रहीस पहाड़ों में, परिवार के साथ उनके मरने तक रहा। आरोपों के अनुसार उसका निर्मल कुमार की बेटी नीलेशनी कला के साथ प्रेम संबंध था और उसने उसे शादी करके न्यूजीलैंड में एक नया जीवन शुरू करने के झूठे वादे किए थे।



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