डासना देवी मन्दिर के महंत स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या करने आए दो संदिग्ध व्यक्तियों पर गाजियाबाद के मसूरी थाना में मुकदमा दर्ज हो गया है।
शिकायतकर्ता अनिल यादव की तहरीर पर गाजियाबाद के मसूरी थाने में दोनों संदिग्ध व्यक्तियों- विपुल विजयवर्गीय, निवासी गाजियाबाद तथा काशिफ, निवासी गाजियाबाद के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 419, 420 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
शिकायतकर्ता अनिल यादव ने पुलिस को दी गई अपनी तहरीर में कहा है कि ‘जिहादी और इस्लामी तत्वों से स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती की जान को खतरा बना हुआ है। 2 जून, 2021 को शाम लगभग 8:15 पर दो संदिग्ध व्यक्ति मंदिर में घुस आए, जिन्होंने मेन गेट पर अपना नाम विपुल विजयवर्गीय एवं दूसरे ने काशी गुप्ता बताया था’।
शिकायत के अनुसार, ‘शक होने पर मंदिर के कार्यकर्ताओं और वहाँ तैनात पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो तलाशी में उनके पास से 6 से 7 धारदार सर्जिकल ब्लेड और लिक्विड के रूप में संदिग्ध पदार्थ मिला, जो दिखने में जहर प्रतीत होता है। इसके अलावा उनके पास से मज़हबी किताबें भी मिली।
FIR की कॉपी नीचे संलग्न की गईं हैं –
यह भी पढ़ें: डासना मंदिर में ‘सायनाइड’, सर्जिकल ब्लेड ले कर घुसे दो ‘जिहादी’
शिकायतकर्ता ने कहा है कि चूँकि दोनों व्यक्तियों ने गलत नाम बता कर मंदिर में प्रवेश किया अतः प्रार्थी को पूरा यकीन है कि यह दोनों व्यक्ति स्वामी यति नरसिंहानंद की हत्या करने के उद्देश्य से आए थे।
तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा संख्या 0473/21 के अंतर्गत मामला दर्ज कर कर जाँच सब-इंस्पेक्टर लोकेश कुमार को सौंप दी है।