सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा हाल ही में ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज को एक नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस मनोरंजन चैनल ‘ज़ी तमिल’ पर प्रसारित होने वाले एक रियलिटी शो को लेकर जारी किया गया। इस शो में एक छोटे नाटक का मंचन किया गया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया जा रहा है।
सूचना प्रसारण मंत्रालय ने सोमवार (17 जनवरी, 2022) को ज़ी समूह के ज़ी तमिल चैनल को एक नोटिस जारी किया। मंत्रालय का इस नोटिस में कहना है की उनके पास ज़ी तमिल के एक शो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर शिकायत आई है।
यह शिकायत तमिलनाडु राज्य में भाजपा के आईटी एवं सोशल मीडिया सेल के प्रमुख सीटीआर निर्मल कुमार ने की है। इसी कारण मंत्रालय ने चैनल से 7 दिनों के भीतर इस पर व्याख्या माँगी है, अन्यथा इस विषय में आगे कार्रवाई की जाएगी।
इस विषय में भाजपा के तमिलनाडु प्रमुख के अन्नामलाई ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि बच्चों का प्रोपेगेंडा के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वे मीडिया का सम्मान करते हैं और आगे भी जारी रखेंगे।
दरअसल पूरा विवाद ज़ी तमिल टीवी चैनल पर प्रसारित होने वाले एक रिएलिटी शो ‘जूनियर सुपर स्टार सीज़न-4’ को लेकर हुआ। 15 जनवरी, 2022 को दिखाए गए एक एपिसोड में दो बच्चों को एक नाटक का मंचन करते दिखाया गया, जिसमें एक बच्चा राजा और एक उसके मंत्री की भूमिका निभा रहा था।
ये बच्चे तमिल भाषा के एक बहुचर्चित राजनीतिक व्यंग्य का मंचन कर रहे थे, जिसमें राज्य के प्रमुख सिंधिया नामक राजा का मज़ाक उड़ाया जाता है।
शो का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें राजा की कहानी दर्शाई जाती है, जहाँ राजा काला धन सामने लाने की बात पर राज्य की मुद्रा का विमुद्रीकरण यानी डिमॉनेटाइजेशन कर देता है और उसका यह कृत्य विफल हो जाता है।
इसमें आगे दिखाया गया है कि राजा काले धन का सफाया करने की बजाय केवल अलग-अलग प्रकार की पोशाक पहनकर घूमता रहता है। इसके साथ ही नाटक में राजा के कई अन्य निर्णयों का भी मज़ाक बनाते हुए दिखाया गया है।
इस पूरे कृत्य को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा यह आरोप लगाया गया कि इसमें प्रधानमंत्री के 2016 के डिमॉनेटाइजेशन के निर्णय को निशाना बनाया गया है और प्रधानमंत्री का मज़ाक उड़ाया गया है।
इसी के चलते निर्मल कुमार ने ज़ी इंटरप्राइजेज के चीफ क्लस्टर ऑफिसर सीजू प्रभाकरण को चिट्ठी लिखी। इसमें उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों से जानबूझकर इस प्रकार प्रधानमंत्री के विरुद्ध बयानबाज़ी और गलत सूचना फैलवाई गई है।
निर्मल ने यह भी बताया कि उनके पत्र के बाद चैनल ने अपनी वेबसाइट से इस हिस्से को हटाने का वादा किया था और कहा था कि वे इस तरह के प्रसारण से दूर रहेंगे।