देशभर में फैले इस्लामी धर्मान्तरण के जाल एवं आए दिन बढ़ती कट्टरपंथी घटनाओं के बीच जूना अखाड़ा ने इस्लामी जिहाद के विरुद्ध संघर्ष के सबसे बड़े चेहरे यति नरसिंहानंद सरस्वती को महामंडलेश्वर घोषित किया है। प्रेस रिलीज के अनुसार, हिन्दुओं पर बढ़ते हुए अत्याचारों ने संत समाज को अपनी प्राथमिकताएँ बदलने पर मजबूर किया है।
जगह-जगह हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों को देखते हुए अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता स्वामी नारायण गिरी जी महाराज की पहल पर जूना अखाड़ा के महामंत्री स्वामी हरि गिरी जी महाराज ने अब तक संत समाज में अछूत समझे जाने वाले यति नरसिंहानंद सरस्वती जी महाराज को अपना शिष्य बनाकर उनका महामंडलेश्वर पद पर अभिषेक किया।
यति नरसिंहानंद सरस्वती वैश्विक परिदृश्य में इस्लामी कट्टरपंथ एवं जिहाद के विरुद्ध वैचारिक संघर्ष का सबसे बड़ा चेहरा माने जाते हैं। कई अवसरों पर गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने स्वयं भी इस बात का जिक्र किया है कि मानव इतिहास में इस्लाम के जिहादियों ने उनके सर की सबसे बड़ी कीमत लगाई है। ऐसे व्यक्ति को इतनी बड़ी जिम्मेदारी देकर जूना अखाड़ा और संत समाज ने अपनी बदलती हुई प्राथमिकताओं का ही परिचय दिया है।
मंगलवार (19 अक्टूबर, 2021) के दिन ही स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती को जूना अखाड़ा में शामिल करके उन्हें स्वामी नरसिंहानंद गिरी नाम दिया गया। चोटी गुरु श्री महंत हरी गिरि जी, अंतरराष्ट्रीय संरक्षक से श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा महामंत्री अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, भगवा गुरु श्री महंत प्रेम गिरी जी महाराज अध्यक्ष सभापति जूना अखाड़ा, श्री उमा शंकर भारती जी, विभूति विभूति गुरु श्री महंत नारायण गिरी जी महाराज, रुद्राक्ष गुरु श्री महंत केदार पुरी जी, महामंत्री लंगोटी गुरु द्वारा विधिवत सन्यास दीक्षा देकर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा में नरसिंहानंद गिरि को शामिल किया गया।
बुधवार सुबह 6:30 बजे जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने हरिहर आश्रम में उनका महामंडलेश्वर पद पर अभिषेक किया और उन्हें देवी मंदिर डासना गाजियाबाद का पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर घोषित किया।
आज से श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी श्री नरसिंहानंद गिरि जी महाराज विधिवत तरीके से श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नियुक्त किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि जून, 2021 में ही उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा एक ऐसे गिरोह को पकड़ा गया, जिस पर हजारों गैर-मुस्लिमों के धर्मांतरण का आरोप है। गाज़ियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत स्वामी नरसिंहानंद सरस्वती ने इस खुलासे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि कहा कि ये गिरोह भारत में गृहयुद्ध की तैयारी कर रहा था।