शुक्रवार (30 जुलाई, 2021) को असम पुलिस (Assam Police) की सीआईडी टीम ने मिज़ोरम के एकमात्र लोकसभा सदस्य के वनलालवेना (K Vanlalvena) की तलाश में दिल्ली स्थित उनके आवास पर छापा मारा।
असम पुलिस उनकी तलाश में मिजोरम सदन भी गई, लेकिन वह कहीं नहीं मिले। असम पुलिस ने मिजोरम से राज्यसभा के इकलौते सदस्य के वनलालवेना को असम-मिजोरम अंतरराज्यीय सीमा पर हुई हिंसा की साजिश में कथित संलिप्तता के बारे में पूछताछ के लिए 1 अगस्त को बुलाया है।
असम पुलिस ने यह भी कहा कि वह सोमवार को सीमा पर हुई हिंसा को लेकर कथित रूप से भड़काऊ बयान देने के वाले वनलालवेना के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी कर सकती है। मालूम हो कि इस हिंसा में 5 पुलिसकर्मियों समेत एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
मिजोरम के रेजिडेंट कमिश्नर ने वनलालवेना को असम पुलिस की जाँच में शामिल होने के लिए दिए गए नोटिस को लेने से मना कर दिया, जिसके बाद सीआईडी टीम ने उनके आवास पर नोटिस चिपका दिया।
असम पुलिस के नोटिस में कहा गया है:
“पता चला है कि आपने घटना के संबंध में मीडिया में सिविल और पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाते हुए धमकी भरा बयान दिया है जो जाँच का विषय है। इसलिए तथ्यों और परिस्थितियों का पता लगाने के लिए आपसे पूछताछ की जानी है।”
मिजोरम के सांसद को असम के कछार जिले के ढोलई पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी के सामने 1 अगस्त को सुबह 11 बजे पेश होने के लिए कहा गया है।
असम पुलिस समाचार चैनलों को दिए गए वनलालवेना के साक्षात्कार की मूल रिकॉर्डिंग का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है और संघर्ष के बाद उसके बयानों पर उसकी जाँच करने की योजना बना रही है।
इससे पहले असम पुलिस के विशेष महानिदेशक जीपी सिंह ने कहा था कि राज्य सीआईडी की एक टीम वनलालवेना के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दिल्ली का दौरा करेगी, जो इस वक्त संसद के मानसून सत्र में भाग लेने के लिए दिल्ली में हैं।
सिंह ने कहा कि असम पुलिस ने एक पिक्चर गैलरी तैयार की है, जिसमें असम पुलिस पर गोलियाँ चलाने वाले मिजोरम पुलिसकर्मियों और बदमाशों की जानकारी अपडेट की जा रही है। मिजो सांसद के उपस्थित होने पर उन्हें अपराधियों की तस्वीरें दिखाए जाने की संभावना है।
सिंह ने कहा, “असम पुलिस ने 26 जुलाई, 2021 को असम पुलिस कर्मियों की बर्बर हत्या में शामिल प्रत्येक व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 5 लाख रुपए के इनाम की भी घोषणा की है। उन सभी को कानून के दायरे में लाया जाएगा।”
बुधवार को वनलालवेना ने कहा था, “200 से अधिक पुलिसकर्मियों ने हमारे क्षेत्र में प्रवेश किया और उन्होंने हमारे पुलिसकर्मियों को हमारी ही चौकियों से पीछे धकेल दिया और हमारे फायरिंग से पहले उन्होंने फायरिंग के आदेश दिए। वे भाग्यशाली हैं कि हमने उन सभी को नहीं मारा। यदि वे फिर आएँगे, तो हम उन सब को मार डालेंगे।”
बता दें कि सोमवार को मिजोरम पुलिस की ओर से असम के अधिकारियों की एक टीम पर की गई फायरिंग में असम पुलिस के 5 जवानों सहित एक नागरिक की मौत हो गई थी और एक पुलिस अधीक्षक सहित 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
यह घटना राष्ट्रीय राजमार्ग 306 के किनारे असम के कछार जिले के इनर लाइन रिजर्व फॉरेस्ट इलाके में हुई थी। मिजोरम पुलिस ने घटना पर कहा था कि असम पुलिस के जवानों ने उन पर हमला किया, जिसके बाद उन्होंने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी।
हालाँकि असम पुलिस ने कहा कि पुलिस की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि उन पर मिजोरम पुलिस द्वारा एलएमजी जैसे आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। इस मामले में असम पुलिस ने हत्या, हत्या के प्रयास, साजिश, स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाने और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
बुधवार को, केंद्र ने असम और मिजोरम के मुख्य सचिवों और डीजीपी की एक बैठक बुलाई थी, जहाँ यह सहमति बनी थी कि अशांत असम-मिजोरम सीमा पर एक तटस्थ केंद्रीय बल तैनात किया जाएगा।