कंगना के खिलाफ राजद्रोह के तहत FIR: खालिस्तान पर बयान देने से भड़के सिख संगठन

22 नवम्बर, 2021
सिख संगठनों ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर कंगना से पद्मश्री वापस लेने की माँग की है

वामपंथी मीडिया गिरोह के बाद अब खालिस्तानी समर्थक बॉलीवुड की बहुचर्चित अभिनेत्री कंगना रनौत के पीछे पड़ गए हैं। इंडियन यूथ कॉन्ग्रेस (IYC) द्वारा कंगना के विरुद्ध टिप्पणी करने को लेकर पहले शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद अब सिखों के समूह दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (DSGMC) ने राष्ट्रपति से कंगना के पद्मश्री पुरस्कार को वापस लेने का आग्रह किया है।

हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तीन कृषि कानून वापस लेने के बाद सोशल मीडिया खासा गर्म हो गया था। कई दक्षिणपंथी विचारक भी इस निर्णय की काफी आलोचना करते देखे गए थे।

अभिनेत्री कंगना रनौत ने इस मौके पर इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था:

“खालिस्तानी आतंकवादी भले ही आज सरकार को दबा पा रहे हों, पर एक औरत को नहीं भूलना चाहिए। एक अकेली महिला प्रधानमंत्री ने इन लोगों को अपनी जूती के नीचे क्रश किया था। इस देश को चाहे उस महिला ने कितने भी कष्ट दिए हों, परंतु उसने इन मच्छरों को अपनी जान की बाज़ी लगाते हुए कुचला था, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उस महिला की मृत्यु के बाद दशकों बाद भी ये लोग आज भी उसके नाम से काँपते हैं। इनको वैसा ही गुरु चाहिए।”


इंडियन यूथ कॉन्ग्रेस (IYC) द्वारा इस मामले में संज्ञान लेते हुए कंगना के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत में कहा गया कि- “कंगना रनौत एक जानी-मानी अदाकारा हैं और इंस्टाग्राम पर उनके 7.8 मिलीयन फॉलोअर्स हैं। ऐसे में उन्होंने जानबूझकर राजद्रोही पोस्ट साझा किया और लोगों को भड़काने का प्रयास किया।

राजद्रोह के तरह मामला दर्ज 

पुलिस द्वारा इस विषय में आईपीसी की धारा 124A, 504 और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पूरे मामले पर डीसीपी दीपक यादव ने कहा कि वे मामले की जाँच कर रहे हैं।

इसके साथ ही रविवार (21 नवंबर, 2021) को दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (DSGMC) ने प्रधानमंत्री रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने हाल ही में कंगना रनौत को दिए गए पद्मश्री पुरस्कार को वापस लेने की माँग की।

उन्होंने कहा कि कंगना ने एक धार्मिक समुदाय को निशाना बनाते हुए किसानों और स्वतंत्र सेनानियों का अपमान किया है। साथ ही उन्होंने सांप्रदायिक द्वेष फैलाने का भी कार्य किया है। इस पत्र में कहा गया:

“वह (कंगना) इस पुरस्कार के लायक नहीं हैं। वह भारत की भावना का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं, जो सभी के लिए सद्भाव पर आधारित है। सामाजिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए किसानों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने के लिए उनके पद्मश्री को तुरंत वापस ले लिया जाना चाहिए।”

शनिवार को इसी मामले में कंगना के विरुद्ध राजद्रोह और सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई। शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिरसा ने इस विषय में ट्वीट करते हुए समाचार साझा किया।


सिरसा ने ट्विटर पर भी शिकायत की प्रति साझा करते हुए लिखा कि उन्होंने कंगना के विरुद्ध इंस्टाग्राम पर एक समुदाय को खालिस्तानी आतंकवादी कहने और उनका अपमान करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई है।



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