कर्नाटक: धर्मांतरण कराने आए पादरी को तलवार की नोक पर दौड़ाया, धार्मिक किताबें आग के हवाले

15 दिसम्बर, 2021
कर्नाटक में पंथ परिवर्तन करने आए ईसाइयों के दस्तावेज़ जलाए गए

कर्नाटक से धर्म परिवर्तन को लेकर एक मामला सामने आया है। यहाँ स्थानीय लोगों ने पंथ परिवर्तन करने की मंशा से आए एक ईसाई समूह को घेर लिया, जिसके बाद उनके पादरी को पुलिस को सौंप दिया गया और ईसाई पंथ से संबंधित कई दस्तावेज़ जला दिए गए।

केरल, तमिलनाडु समेत कई दक्षिण भारतीय राज्यों में ईसाई पंथ परिवर्तन खूब फल-फूल रहा है। कर्नाटक में भी इसाई मिशनरी पंथ परिवर्तन को लेकर खासी सतर्क हैं और इनके द्वारा ईसाई धर्म की किताब बाइबिल बाँटने और कई अन्य हथकंडे अपनाने के साथ ही स्थानीय लोगों को ईसाई बनाने का कार्य किया जाता है। ऐसा ही एक विवाद कर्नाटक से सामने आया है।

कर्नाटक के कोलार ज़िले के श्रीनिवासपुरा में शनिवार (11 दिसंबर, 2021) को कुछ लोग घर-घर जाकर इसाई पंथ से संबंधित दस्तावेज़ बाँट रहे थे। तभी मौके पर कुछ हिंदू संगठन पहुँच गए और दोनों गुटों में विवाद हो गया।  

पूरे मामले को लेकर पुलिस ने मीडिया से बातचीत में बताया:

“हमने ईसाई समुदाय के लोगों को आगाह किया था कि वे घर-घर जाकर ईसाई पंथ का प्रचार करके सांप्रदायिक सद्भाव को खराब न करें। फिलहाल ईसाई और हिंदू दोनों समुदायों ने आपस में सौहार्दपूर्ण तरीके से मामले को सुलझा लिया है।”

बता दें कि यह विवाद तब हुआ जब ईसाई समुदाय के कुछ लोग घर-घर जाकर अपने पंथ का प्रचार कर रहे थे। इनसे कुछ स्थानीय हिन्दू लोगों द्वारा सवाल जवाब किए गए जिसके बाद उन्होंने ईसाई पंथ से संबंधित दस्तावेज़ छीनकर उनमें आग लगा दी। पूरे विवाद को लेकर एक हिंदू समुदाय के सदस्य ने बताया:

“हमने उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं दी। वे लोग हमारे आसपास के क्षेत्र में किताबें बाँट रहे थे और ईसाई पंथ का प्रचार कर रहे थे।”

फिलहाल विवाद को लेकर पुलिस द्वारा कोई बड़ी गिरफ्तारी नहीं की गई है।

पादरी को तलवार की नोक पर दौड़ाया 

एक अन्य मामला उत्तरी कर्नाटक के बेलागावी के सामने आया जहाँ एक व्यक्ति द्वारा तलवार से एक पादरी पर हमला करने का प्रयास किया गया। शनिवार शाम को सीसीटीवी फुटेज में यह देखा गया कि सेंट जोसेफ चर्च के फादर फ्रांसिस पर हमला हुआ, हालाँकि हमले में पादरी को कुछ हानि नहीं पहुँची है।

पुलिस का कहना है कि उन्होंने आरोपित की पहचान कर ली है। कमिश्नर के थियागराजन ने बताया कि आरोपित दिमागी तौर पर कमज़ोर है और इस हमले के पीछे कोई राजनीतिक या अन्य कारण नहीं था।

बता दें कि कर्नाटक राज्य में पंथ परिवर्तन को लेकर कानून बनाने की तैयारी हो रही है। राज्य सरकार जल्द ही विधानसभा में इस विषय में बिल लाने की तैयारी में है। इसमें कहा जा रहा है कि जो लोग अपना पंथ परिवर्तन करके हिंदू से ईसाई बनेंगे उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिल सकेगा।

इस मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था:

“कानून विभाग मसौदा नियम का अध्ययन कर रहा है। राज्य मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने के बाद विधानसभा सत्र में इसे पेश किया जाएगा।”



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