केरल ने ओणम पर दिखाई सख़्ती, ईद में खोला था बाज़ार, कोरोना मामले हुए दोगुने

01 अगस्त, 2021
ईद पर छूट देने वाली केरल सरकार ओणम पर सख़्त

बीते दिनों गए मुसलमानों के त्योहार ईद उल अज़हा (बकरीद) पर लॉकडाउन में छूट देने वाली केरल सरकार अब हिंदुओं के पर्व ओणम पर जनता से भीड़-भाड़ न लगाने एवं लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की माँग कर रही है। सरकार के इस दोहरे चरित्र को लेकर सोशल मीडिया भी खासा गर्म है।

केरल के पिनरई विजयन की वामपंथी सरकार का मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करना अब देश से छिपा नहीं है। विभिन्न काल-खंडों पर केरल की लेफ़्ट सरकार अपनी हिंदूघृणा एवं मुस्लिम तुष्टिकरण का उदाहरण प्रस्तुत करती रहती है, फिर चाहें वह सबरीमाला मामला हो या ईद।


ओणम पर याद आया वायरस 

बृहस्पतिवार (12 अगस्त) से दक्षिण भारत (मूलतः केरल राज्य) में हिंदुओं का महत्वपूर्ण पर्व ओणम मनाया जाना है और केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस पर्व के पास आते ही लोगों से लॉकडाउन के नियमों का पालन करने एवं भीड़-भाड़ न जुटाने और पर्व न मनाने की गुहार लगाना प्रारंभ कर दिया है। राज्य में चीनी वायरस की रोकथाम में विफल रही केरल सरकार अब हिंदुओं के पर्व पर निशाना साध कर इस मामले को बराबर करने में लगी है।

वीना जॉर्ज ने कहा कि ओणम के पर्व पर बाज़ारों में ज़्यादा भीड़-भाड़ न लगाएँ एवं जिनके घर में छोटे बच्चे हों वे अपने सगे संबंधियों और रिश्तेदारों के घरों में मिलने जाने से भी बचें। इससे वायरस की रोकथाम में सहायता मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्री आगे कहती हैं कि केरल अभी कोरोना की दूसरी लहर से भी पूरी तरह उबर नहीं पाया है और ऐसे में राज्य तीसरी लहर झेलने के काबिल नहीं है।

बता दें कि जिस केरल मॉडल की समस्त वामपंथी मीडिया में वाहवाही हो रही है, उस राज्य में पिछले 5 दिन से लगातार वायरस के 20,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।

ईद पर दी थी छूट, बढ़े मामले

बता दें कि केरल राज्य ने कुछ दिनों पूर्व आए मुस्लिमों के त्योहार ईद उल अज़हा पर लॉकडाउन में रियायत देते हुए राज्य को लगभग हफ्ते भर के लिए खोल दिया था। इसी के बाद से राज्य में कोरोना मामलों में तेज़ी देखी गई। ईद के समय की लॉकडाउन में छूट के बाद केरल में अगले 3 दिनों में ही दोगुने (8,000 से 18,000) मामले देखे गए थे और अब केरल कोरोना के कुल मामलों में तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों को पीछे छोड़ते हुए भारत में दूसरे स्थान पर आ गया है।

बता दें कि केरल सरकार के ईद पर इस प्रकार के लापरवाह रवैये को देखते हुए राज्य सरकार के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय में याचिका भी दाखिल हुई थी। इसमें पिनरई विजयन पर वोट बैंक की राजनीति के लिए आम नागरिकों के जीवन से खेलने का आरोप लगा था।

01-08-2021 को देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना के मामले 

आँकड़ों पर जाएँ तो केरल राज्य में अब तक 33.7 लाख कोरोना के मामले सामने आए हैं,  जिनमें से 31.9 लाख स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में मृतकों का आँकड़ा लगभग 17,000 पहुँच चुका है।



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