BJP नेता का दरवाजा तोड़ घसीटकर ले गई ममता की पुलिस, कहा- बंगाल में पैदा होना दुर्भाग्य

14 अगस्त, 2021
कोलकाता पुलिस ने दरवाजा तोड़कर भाजपा नेता को किया गिरफ्तार

कोलकाता पुलिस ने शुक्रवार (13 अगस्त, 2021) को भाजपा नेता सजल घोष (BJP leader Sajal Ghosh) को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। सजल घोष पर घातक हथियारों से हमला करने और चोरी करने का आरोप लगाया गया है।

कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) द्वारा भाजपा नेता के घर का दरवाजा तोड़कर उन्हें हिरासत में लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

सजल घोष ने अपनी गिरफ्तारी पर कहा: “मुझे कोई अपराध न करने के बावजूद गिरफ्तार किया गया है। मुझे आज शर्म आ रही है कि मेरा जन्म इसी राज्य में हुआ है।”


आरोप है कि भाजपा नेता को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें घसीटकर थाने ले जाया गया। वायरल वीडियो में थानेदार की दबंगई देखी जा सकती है। सजल घोष एवं उनके साथियों पर एक स्थानीय क्लब में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया गया है।

तृणमूल कॉन्ग्रेस का आरोप है कि सजल एवं उनके साथियों ने टीएमसी के एक स्थानीय युवा नेता की पत्नी से छेड़छाड़ भी की। रिपोर्ट के अनुसार, सजल और उनके साथियों के खिलाफ तोड़फोड़ और छेड़खानी के दो अलग-अलग आरोप लगाए गए हैं।

हालाँकि सजल और भाजपा ने इन आरोपों को खारिज किया है। लेकिन सत्ताधारी दल ने आरोप लगाया कि तोड़फोड़ को विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ही अंजाम दिया।

पुलिस ने एक बयान में कहा, “एक महिला ने दो लोगों द्वारा शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने की शिकायत दर्ज कराई, जिनकी पहचान विशाल सिंह और विकास सिंह के रूप में हुई। महिला ने कहा कि यह छेड़खानी उनके साथ तब की गई, जब वह दवा खरीदने के लिए बाहर गई थी।

पुलिस ने कहा कि आरोपित उस समय अपनी प्लाईवुड की दुकान की मरम्मत कर रहे थे। इसके बाद एक मामला दर्ज किया गया और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित फिलहाल 16 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में हैं।

पुलिस ने कहा कि लगभग 11.15 बजे उन्हें सूचना मिली कि सजल घोष और किशन सिंह सहित कुछ लोगों ने राजेश सिंह के कर्मचारी पर हमला करने के लिए घातक हथियारों का इस्तेमाल किया और चोरी भी की। पुलिस को शिकायत मिलने के बाद वे भाजपा नेता के घर गए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के तरीके को लेकर पुलिस और तृणमूल कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है और उन्हें इस पर शर्म आनी चाहिए। ये लोग त्रिपुरा के मामले पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। बंगाल में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है, वे बंगाल में बीजेपी करने वाले के पीछे पड़े हैं।”



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