लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट: हमलावर के साथ होटल में ठहरी थी महिला पुलिसकर्मी कमलजीत कौर, ड्यूटी से निलंबित

03 जनवरी, 2022 By: DoPolitics स्टाफ़
महिला पुलिसकर्मी के हमलावर गगनदीप से थे लारीबी रिश्ते

लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट में हमलावर की सहयोगी महिला पुलिसकर्मी को ड्यूटी से निलंबित कर दिया गया है। उस पर हमले के कथित आरोपित गगनदीप सिंह के साथ लगातर सम्पर्क में रहने का आरोप है।

पंजाब के खन्ना शहर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने गत शुक्रवार को एक महिला पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया। महिला पुलिसकर्मी कमलजीत कौर लुधियाना कोर्ट विस्फोट मामले के कथित हमलावर गगनदीप के साथ सम्पर्क में थी।

कॉन्स्टेबल को संदेह के आधार पर पहले ही हिरासत में ले लिया गया था और राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) के साथ-साथ पंजाब पुलिस भी महिला पुलिसकर्मी से पूछताछ कर रही है। महिला पंजाब के खन्ना में पुलिस अधीक्षक (एसपी) के कार्यालय में एक कॉन्स्टेबल के रूप में तैनात थी।

खन्ना के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि खन्ना एसपी (मुख्यालय) में नायब रीडर के रूप में तैनात महिला कॉन्स्टेबल को खन्ना के बर्खास्त हेड कांस्टेबल गगनदीप सिंह के साथ सम्पर्क रखने के आरोप में अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत निलंबित कर दिया गया है।

अधिकारी ने बताया कि विस्फोट की जांच के दौरान लुधियाना पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा महिला कांस्टेबल से भी पूछताछ की गई थी, क्योंकि यह पाया गया था कि 2019 में पुलिस सेवा से बर्खास्त होने के बाद वह गगनदीप के साथ जुड़ी हुई थी।

अधिकारी के अनुसार कॉल रिकॉर्ड के बाद पता चला कि दोनों अक्सर बात करते थे। हमने उससे पूछताछ की थी, फिर एनआईए ने भी उझसे पूछताछ की। विस्फोट में उसकी भूमिका अभी भी स्पष्ट नहीं है मगर उसे अनुशासनहीनता के लिए निलंबित कर दिया गया है क्योंकि वह पुलिस से बर्खास्त किए जाने के बाद भी एक ड्रग मामले के आरोपित के संपर्क में थी।

इस बीच खन्ना के होटल पर भी छापा मारा गया जहाँ विस्फोट से 2 दिन पहले कथित हमलावर गगनदीप सिंह और बर्खास्त महिला कॉन्स्टेबल मिले थे। गगनदीप सिंह के बैंक खाते में एक मनी ट्रेल का भी पता चला है जिसमें दिसंबर के दूसरे सप्ताह में किश्तों में 3 लाख रुपए जमा किए गए थे। हालाँकि, महिला पुलिसकर्मी ने कहा है कि उसने उसे पैसे नहीं दिए।

जाँच में हुआ बड़ी साजिश का खुलासा

बता दें कि 23 दिसंबर को लुधियाना कोर्ट परिसर में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 6 घायल हो गए थे। जांच में पाया गया है कि मृतक गगनदीप सिंह एक पूर्व पुलिसकर्मी था, जिसे 2019 में ड्रग पेडलिंग मामले में पकड़े जाने के बाद ड्यूटी से बर्खास्त कर दिया गया था और बाद में दो साल के लिए जेल भेज दिया गया था।

बर्खास्तगी के समय आरोपित गगनदीप सिंह खन्ना के एक पुलिस स्टेशन में हेड कॉन्स्टेबल के रूप में तैनात थे। वह इसी साल सितंबर में जेल से रिहा हुआ था। 23 दिसंबर को पुलिस आयुक्त कार्यालय के पास स्थित लुधियाना जिला अदालत परिसर में हुआ था, इस घटना में गगनदीप सिंह की मौत हो गई थी।

पंजाब के पुलिस प्रमुख सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने कहा कि सिंह के पास बहुत अच्छा तकनीकी कौशल था। जाँच के बाद सामने आया है कि गगनदीप ने ही बम को वॉशरूम के अंदर इकट्ठा किया था। उन्होंने कहा कि सिंह ने जेल में बन्द रहने के दौरान खालिस्तानी तत्वों और नशीली दवाओं के तस्करों सहित से मुलाकात की।

सामने आया पाकिस्तान-खालिस्तानी सम्बन्ध

चट्टोपाध्याय ने पिछले शनिवार को कहा था, “हमारे पास मजबूत सुराग हैं कि विस्फोट के पीछे पाकिस्तान स्थित, खालिस्तान समर्थक नार्को-आतंकवादी हैं। यह संदेह है कि विस्फोट एसएफजे आतंकी मुल्तानी के कहने पर किया गया था, जिसने कथित तौर पर पाकिस्तान में अपने संपर्कों का उपयोग कर हमले को अंजाम दिया था।”

ज्ञात हो कि एनआईए ने गुरुवार को प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के सदस्य और विस्फोट मामले के मुख्य संदिग्ध जसविंदर सिंह मुल्तानी और कुछ अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। मुल्तानी को भारत के अनुरोध पर इस सप्ताह के शुरू मे जर्मन अधिकारियों ने हिरासत में लिया था।

45 वर्षीय मुल्तानी पर प्राथमिकी में आपराधिक साजिश, भारत के खिलाफ युद्ध करने और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोप लगाया गया है। जाँच में खालिस्तान समर्थक आतंकियों द्वारा पाकिस्तान की जासूसी संस्था आईएसआई के साथ मिलकर कई बड़े भारतीय शहरों में हमले करने की एक बड़ी साजिश का खुलासा है।



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