जम्मू-कश्मीर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती एक बार फिर अपनी आपत्तिजनक बयानबाज़ी को लेकर सुर्खियों में आ गई हैं। महबूबा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बयान दिया कि ऐसा लगता है कि यह देश गाँधी के भारत से गोडसे के भारत में बदलने लगा है।
जम्मू-कश्मीर राज्य से अनुच्छेद 370 और 35A हटने के बाद से ही सभी राज्य स्तर के कई नेता बौखलाए हुए हैं ऐसे में कभी फारूक अब्दुल्ला तो कभी महबूबा मुफ्ती बेहूदा और बेबुनियादी बयानबाजी करके अक्सर सुर्खियों में आने का प्रयास करते रहते हैं।
कुछ दिनों पहले अक्टूबर माह में महबूबा ने देश भर में रहने वाले कई कश्मीरी नागरिकों द्वारा क्रिकेट मैच में भारत की हार और पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने को लेकर सफाई दी थी। उसी विषय में अब महबूबा ने एक और अन्य बयान भी दिया है।
मंगलवार (7 दिसंबर, 2021) को एक प्रेस वार्ता के दौरान महबूबा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय को याद करते हुए क्रिकेट मैच का ज़िक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा:
“मुझे याद है कि वाजपेयी जी के समय में भारत और पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मैच हुआ था, जिसमें पाकिस्तान के नागरिकों ने भारत का समर्थन किया था और भारतीय नागरिकों ने पाकिस्तानी टीम का। उस समय पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की सराहना भी की थी।”
इसके आगे महबूबा ने कहा कि कुछ दिनों पहले जब आगरा में कुछ युवा क्रिकेट मैच के दौरान पाकिस्तान क्रिकेट टीम का समर्थन कर रहे थे तो अब कोई वकील भी उनका मामला लेने को तैयार नहीं है।
बता दें कि कुछ दिन पहले भारत और पाकिस्तान के बीच हुए क्रिकेट मैच में पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेटों से हरा दिया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश समेत भारत के विभिन्न राज्यों में कई कश्मीरी छात्र और नागरिक पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी और सोशल मीडिया पर पोस्ट डालते देखे गए थे। इसी कारण इनके विरुद्ध राज्य सरकारों ने कार्रवाई भी की थी।
महबूबा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आगे कहा:
“ऐसा महसूस होता है कि गाँधी का भारत अब गोडसे का भारत बन रहा है।”
हालाँकि लोगों ने ट्विटर पर महबूबा की इस टिप्पणी पर अपने विचार प्रस्तुत किए और कई रोचक उत्तर भी दिए।
अक्टूबर माह में हुए इस मैच के बाद भी महबूबा ने कुछ इसी तरह की टिप्पणियाँ करके कश्मीरियों की तरफदारी की थी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था:
“पाक की जीत की खुशियाँ मनाने पर कश्मीरियों के विरुद्ध इतना गुस्सा क्यों है? कुछ लोग इस तरह के नारे भी लगा रहे हैं कि ‘देश के गद्दारों को गोली मारो’। यह अब तक भूला नहीं गया है कि किस प्रकार जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा हटाए जाने पर कई लोगों द्वारा मिठाईयाँ बाँटकर खुशियाँ मनाई गई थीं।”