केजरीवाल के मोहल्ला क्लीनिक में प्रतिबंधित दवा देने से 16 बच्चे बीमार, 3 बच्चों की मौत

20 दिसम्बर, 2021 By: DoPolitics स्टाफ़
दिल्ली में केजरीवाल के मोहल्ला क्लिनिक की बड़ी लापरवाही सामने आई है

केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली में संचालित मोहल्ला क्लीनिक में घटिया क्वालिटी की प्रतिबंधित कफ़ सिरप (खाँसी की दवा) दिए जाने से 3 बच्चों की मौत और 16 से अधिक बच्चों में बीमार होने का मामला सामने आया है।

दिल्ली के कलावती सरन अस्पताल (Kalawati Saran Children Hospital) में भर्ती तीन बच्चों की मौत की जाँच रिपोर्ट सामने आने पर यह जानकारी केंद्र सरकार के स्वास्थ्य महानिदेशालय ने दी है।

स्वास्थ्य महानिदेशालय के मुताबिक इनडेक्सट्रोमेथार्फन कफ सीरप (Dextromethorphan Cough Syrup) के दुष्प्रभाव से तबीयत बिगड़ने के कारण 16 बच्चे कलावती सरन अस्पताल में भर्ती कराए गए थे, जिनमें से तीन बच्चों की मौत हो गई।

करीब चार महीने पहले हुई इन मौतों की जाँच रिपोर्ट में सामने आया है कि उन बच्चों को डेक्सट्रोमेथार्फन सीरप दी गई थी, जिसके विषाक्त होने से बच्चों की मौत हुई।

ये कफ सिरप दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक में दी गई थी। जाँच रिपोर्ट में सीरप की गुणवत्ता ठीक नहीं पाई गई है। इसके बाद केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय को निर्देश दिया है कि वह मोहल्ला क्लीनिकों, डिस्पेंसरियों को नोटिस जारी करे कि चार साल से कम उम्र के बच्चों को डेक्सट्रोमेथार्फन सीरप न दी जाए।

डीजीएचएस द्वारा कहा गया है कि जाँच में यह बात सामने आई है कि मोहल्ला क्लीनिक में बच्चों को यह खराब गुणवत्ता की कफ सीरप दी गई थी। जाँच रिपोर्ट सामने आने के बाद भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने मोहल्ला क्लीनिक और वहाँ के डॉक्टरों के काम पर भी सवाल किया।

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,

“दिल्ली के कलावती सरन चिल्ड्रन हॉस्पिटल में डेक्सट्रोमेथॉर्फ़न प्वॉइजनिंग के 16 मामले सामने आए। 3 की मौत, क्योंकि अरविंद केजरीवाल के मोहल्ला क्लीनिक के अयोग्य डॉक्टरों ने यह दवा दी थी, जिसे 4 साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं दिया जाना चाहिए। केजरीवाल के हाथों पर खून है।”

‘खबर’ में खेल करने पर ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ पर भड़का टि्वटर यूजर्स का गुस्सा

दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक में लापरवाही और गलत कफ सिरप देने से हुई 3 बच्चों की मौत के खबर पर खेल करने में अंग्रेजी समाचार पत्र ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ पर ट्विटर यूजर्स का आक्रोश फूट पड़ा।

दरअसल ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने इस खबर की हेडलाइंस में मुख्य खबर यानी मोहल्ला क्लिनिक और डॉक्टरों की लापरवाही का प्रत्यक्ष बचाव करते हुए इसके लिए सिर्फ ‘कफ सिरप’ को जिम्मेदार बताया।

दरअसल टाइम्स ऑफ इंडिया ने मुख्य खबर को गायब करते हुए लिखा, “बच्चों को दी गई खाँसी की सीरप जाँच के घेरे में।”

हेडलाइंस में ना तो मोहल्ला क्लीनिक का कोई जिक्र था, ना ही दिल्ली सरकार के डॉक्टरों की लापरवाही का और ना ही दिल्ली सरकार की नाकामी का।

टाइम्स ऑफ इंडिया के इस खेल के बाद ट्विटर यूजर्स ने इस पर सवाल उठाने शुरू कर दिए बेफिटिंग रिप्लाई नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा,

“ये कैसी हेडलाइन है @timesofindia? मोहल्ला क्लीनिक के झोलाछाप डॉक्टरों के कारण 3 बच्चों की मौत हो गई और 13 अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया और आपकी हेडलाइन में इसका जिक्र तक नहीं था?”

कई ट्विटर यूजर्स ने टाइम्स ऑफ इंडिया पर केजरीवाल से पैसा लेकर खबरें छापने और छुपाने का आरोप लगाया।

एजेंडे को सूट करती मामूली सी खबर में भी किसी के धर्म और जाति से लेकर उसकी आखिरी इच्छा तक के बारे में लिखने वाले ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ का हेडलाइन्स में किया गया खेल लोगों के आक्रोश और उनके आरोपों की अपुष्ट ही सही, पुष्टि तो करता ही है।



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