महाराष्ट्र: अवैध रूप से रह रहे 9 बांग्लादेशी घुसपैठिए ठाणे से गिरफ्तार

20 नवम्बर, 2021
मुंबई के ठाणे ज़िले से पुलिस ने गिरफ्त में लिए 9 अवैध बांग्लादेशी युवक

महाराष्ट्र के ठाणे ज़िले से पुलिस ने 9 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। ठाणे ज़िले के सरावली गाँव में रह रहे ये 9 लोग पड़ोसी देश बांग्लादेश से अवैध रूप से आए थे और एक लंबे समय से क्षेत्र में रह रहे थे।

पश्चिम बंगाल समेत देशभर के कई राज्यों से बांग्लादेश से आने वाले अवैध घुसपैठिए पकड़े जाते रहे हैं। पश्चिम बंगाल में कई ऐसे लोग विभिन्न मौकों पर पकड़े जाते रहे हैं जो इन घुसपैठियों को भारत में घुसने और उनके दस्तावेज़ बनाने में सहायता करते थे। पश्चिम बंगाल राज्य से घुसकर ये लोग कश्मीर से लेकर कई दक्षिण भारतीय राज्यों तक भी पहुँच जाते हैं। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के ठाणे ज़िले से सामने आया।

महाराष्ट्र पुलिस द्वारा शनिवार को दी गई जानकारी में बताया गया कि उन्होंने बृहस्पतिवार (18 नवंबर, 2021) को ठाणे ज़िले के भिवंडी तहसील में आने वाले सरावली गाँव से 9 लोगों को हिरासत में लिया। पुलिस ने बताया कि उन्हें इस विषय में गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद ही पुलिस ने अवनी टैक्सटाइल कंपनी में छापा मारा जहाँ से इन सभी अवैध घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया।

पकड़े गए सभी घुसपैठिए बांग्लादेश के हैं और इनकी पहचान रसल अबुल हसन शेख, मोहम्मद शीने मोहम्मद अकबरलई शेख, मोहम्मद मासूम शिदुल्लाह इस्लाम, सलीम अमीन शेख असगर, तरुन मनीराम, सुमन मनीराम, इस्माइल अबु ताहिर खान, आज़म यूसुफ खान, मोहम्मद अमिर अबु सूफिया खान के रूप में हुई है। ये सभी घुसपैठिए बांग्लादेश के चिटगाँव ज़िले के रहने वाले बताए जा रहे हैं।

16 वर्ष से महाराष्ट्र में रह रहा मुख्य आरोपित

पुलिस ने बताया कि इन सब में से मुख्य आरोपित असगर है और वह गत 16 वर्षों से भिवंडी के नदी नाका क्षेत्र में रह रहा है। वह अपने साथ ही काम करने के लिए कई बांग्लादेशी नागरिकों को भारत लाता रहता है।

पुलिस ने सभी घुसपैठियों को गिरफ्त में ले लिया है और क्राइम ब्रांच अधिकारी का कहना है कि पूरे मामले में इंडियन पासपोर्ट एक्ट और फॉरेनर्स एक्ट के तहत शिकायत दर्ज कर दी गई है।

बता दें कि यह कोई पहला अवसर नहीं है जब भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी पकड़े गए हों। पश्चिम बंगाल में ऐसे मामले लगभग हर रोज़ आते रहते हैं। कुछ दिनों पहले बेंगलुरु में भी पुलिस द्वारा ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया गया था, जिसमें बांग्लादेश की महिलाएँ शामिल थीं।



सहयोग करें
वामपंथी मीडिया तगड़ी फ़ंडिंग के बल पर झूठी खबरें और नैरेटिव फैलाता रहता है। इस प्रपंच और सतत चल रहे प्रॉपगैंडा का जवाब उसी भाषा और शैली में देने के लिए हमें आपके आर्थिक सहयोग की आवश्यकता है। आप निम्नलिखित लिंक्स के माध्यम से हमें समर्थन दे सकते हैं: