भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने T20 World Cup में खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें जमकर लताड़ लगाई है। कपिल देव ने कहा कि देश के क्रिकेटरों ने देश के ऊपर आईपीएल को प्राथमिकता दी है।
भारत को क्रिकेट में पहला विश्वकप दिलाने वाले कप्तान कपिल देव ने यह भी कहा कि यह BCCI की जिम्मेदारी है कि वह ऐसी गलतियों को दोबारा न होने दे, जैसा कि टी20 विश्वकप के दौरान की गईं।
गौरतलब है कि टी20 विश्वकप क्रिकेट में ‘सुपर 12’ चरण में लगातार हारने के कारण भारत ICC इवेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाने में विफल रहा। T20 WC 2021 में विराट कोहली की अगुआई वाली भारतीय टीम सेमीफाइनल का सफर तय नहीं कर सकी। भारत के टूर्नामेंट से जल्दी बाहर होने के बाद क्रिकेट प्रशंसक और क्रिकेट दिग्गज नाराज हैं।
62 वर्षीय पूर्व कप्तान ने कहा,
“जब खिलाड़ी देश के लिए खेलने के बजाय आईपीएल खेलना पसंद करते हैं, तो हम क्या कह सकते हैं? मेरा मानना है कि हर खिलाड़ी को अपने देश के लिए खेलते हुए गर्व महसूस करना चाहिए। मुझे उनकी आर्थिक स्थिति का पता नहीं है इसलिए मैं ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।”
कपिल देव ने आगे कहा,
“मुझे लगता है कि पहले देश की टीम और फिर फ्रेंचाइजी होनी चाहिए। मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि वहाँ (आईपीएल) क्रिकेट मत खेलो, लेकिन जिम्मेदारी अब बीसीसीआई पर है कि वह अपने क्रिकेट की बेहतर योजना बनाएँ। इस टूर्नामेंट में हमने जो गलतियाँ की हैं, उन्हें न दोहराना हमारे लिए सबसे बड़ी सीख है।”
भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और निवर्तमान गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने अप्रैल में आईपीएल शुरू होने के बाद से खिलाड़ियों के लिए मानसिक थकान के मुद्दे पर प्रकाश डाला था। दोनों ने कहा था कि भारत के पहले विश्वकप मैच से एक हफ्ते पहले यूएई में 15 अक्टूबर को समाप्त हुए लीग के दूसरे चरण के बाद शायद एक ब्रेक की जरूरत थी।
अरुण ने यह भी कहा कि ‘बबल थकान’ भी टीम के ख़राब प्रदर्शन का एक कारण है। बता दें कि विश्वकप में भारत अपने पहले दो मैच पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हार गया था। कपिल देव ने यह भी कहा कि आईपीएल के दूसरे चरण और टी20 विश्व कप के बीच अंतर होना चाहिए था।
रविवार को अफ़ग़ानिस्तान को न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद भारतीय टीम के सेमीफाइनल में पहुँचने की बची हुई उम्मीद भी खत्म हो गई। टूर्नामेंट के शुरूआत में भारतीय टीम खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही थी, लेकिन पहले ही मैच में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, जिसने टूर्नामेंट में भारत की स्थिति स्पष्ट कर दी।
इस सीरीज में खासकर कप्तान विराट कोहली अपने खराब प्रदर्शन और ‘वॉकिज्म’ के चलते विवादों में रहे। ‘मीनिंगफुल दिवाली’ जैसे बयानों के साथ-साथ उन्होंने मैच हारने के बाद क्रिकेट प्रशंसकों पर भी सीधे हमले किये और कहा कि वो ‘स्पाइनलेस’ हैं।