कॉन्ग्रेस की बहुचर्चित नेता प्रियंका गाँधी वाड्रा ने राम मंदिर निर्माण को लेकर सत्ताधारी भाजपा सरकार को घेरते हुए भगवान राम के नाम पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है। एक प्रेस वार्ता के दौरान प्रियंका ने दलितों से कम दाम पर ज़मीन हड़पने और भ्रष्टाचार जैसे कई आरोप लगाए और कटाक्ष करते हुए जाँच को महज दिखावा करार दिया है।
उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं और सभी बड़े राजनीतिक दल इसके लिए कमर कस चुके हैं। जहाँ एक ओर राज्य में सत्ताधारी पार्टी भाजपा की पकड़ चुनावों में मज़बूत मानी जा रही है, वहीं समाजवादी पार्टी और कॉन्ग्रेस जैसे राजनीतिक दल भी लगातार भाजपा पर निशाना साध रहे हैं।
बृहस्पतिवार (23 दिसंबर, 2021) को कॉन्ग्रेस की प्रियंका गाँधी वाड्रा ने एक प्रेस वार्ता के दौरान अयोध्या में चल रहे हैं राम मंदिर निर्माण पर सवालिया निशान लगा दिया। उन्होंने सत्ताधारी पार्टी भाजपा पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए। प्रियंका ने अपने बयान में कहा कि सबसे पहले इस मामले में दलितों की ऐसी ज़मीन जो खरीदी नहीं जा सकती थी, वह उनसे हथियाई गई।
उसके बाद बहुत कम दाम की ज़मीनें बहुत अधिक पैसों में ट्रस्ट को बेची गईं, इसलिए यह भी साफ होता है कि जो राम मंदिर निर्माण के लिए चंदे का पैसा इकट्ठा किया गया था, उसमें भ्रष्टाचार किया गया है।
प्रियंका ने सस्ती ज़मीन को महँगे दामों में खरीदने को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट पर निशाना साधा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक सरसंघचालक जो कि राम मंदिर ट्रस्ट में भी एक सदस्य हैं, उन्हें और अयोध्या के मेयर को भ्रष्टाचार में लिप्त बताया।
प्रियंका ने अपने बयान में कहा:
“हुआ यह है कि राम मंदिर के आस-पास जितनी भी ज़मीन है उस पर लूट लगी हुई है। भाजपा के नेता, पदाधिकारी और योगी आदित्यनाथ जी की सरकार के पदाधिकारी, वो सब इस लूट में मिले हुए हैं।”
प्रियंका गाँधी ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में कितनी ज़मीन और कितने रुपयों का घोटाला हुआ है, यह तो नहीं मालूम। प्रियंका ने आगे भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा:
“भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम थे और सत्य के पथ पर चलने वाले व्यक्ति थे। उनके नाम पर भी आप भ्रष्टाचार कर रहे हैं। आप पूरे देश की अवस्था पर चोट पहुँचा रहे हैं, जो कि बहुत गंभीर बात है।”
बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब राम मंदिर ट्रस्ट पर इस प्रकार के आरोप लगे हैं। इसी वर्ष जून माह में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी राम मंदिर ट्रस्ट को लेकर घोटाले और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
इसके बाद विश्व हिंदू परिषद ने इस मामले में इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे पूर्णतः झूठ बताया था। पूरे मामले को लेकर वीएचपी प्रवक्ता विनोद बंसल ने आरोपों को नकारते हुए कहा था:
“आम आदमी पार्टी नेता हमेशा से जाली कागज़ो के सहारे झूठे इल्ज़ाम लगाने की राजनीति करते रहे हैं और बाद में माफी माँग कर भाग खड़े होते हैं, लेकिन इस बार इन्हें माफी माँगने पर भी नहीं छोड़ा जाएगा।”