मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासनकाल में राजस्थान राज्य में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध अपने चरम पर हैं। एक ताजा घटना में राजस्थान स्थित अलवर जिले में एक सरकारी स्कूल के नौ शिक्षकों और प्रधानाध्यापक पर चार छात्राओं से कथित रूप से बलात्कार और छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज किया गया है।
इस जघन्य अपराध का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता के पिता ने अपनी बेटी से उसके स्कूल न जाने की वजह पूछी। पीड़िता 10वीं कक्षा की छात्रा है। उसने अपने पिता के इस सवाल पर आरोप लगाया कि उसके साथ उसके स्कूल के प्रिंसिपल और तीन अन्य शिक्षक पिछले एक साल से अधिक समय से सामूहिक बलात्कार कर रहे हैं। छात्रा ने स्कूल की ही दो महिला शिक्षकों पर बलात्कार का वीडियो बनाने का भी आरोप लगाया है।
पीड़िता के पिता एक ट्रक चालक हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि जब वह घटना के बारे में शिक्षक से शिकायत करने के लिए स्कूल गए तो प्रिंसिपल ने उनसे कहा कि उसका भाई मंत्री है। पीड़िता के पिता के अनुसार, “प्रिंसिपल ने मुझसे कहा कि अगर मैं शिकायत करता हूँ, तो वह मुझे मार डालेगा।”
रिपोर्ट के अनुसार, मंधाना थाना अधिकारी मुकेश यादव ने कहा कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामले में तीन अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं और पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
पुलिस की जाँच के दौरान तीन और पीड़ित छात्रों ने भी सामने आ कर स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षकों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है। ये पीड़िताएँ कक्षा 6, कक्षा 4 और कक्षा 3 में पढ़ती हैं। छात्राओं ने यह भी कहा कि आरोपित शिक्षकों ने घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की भी धमकी दी थी।
जाँच के बाद अलवर के सरकारी स्कूल की चारों छात्राओं द्वारा स्कूल के प्रिंसिपल और नौ शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पीड़िताओं ने अपनी शिकायत में शिक्षकों पर सामूहिक दुष्कर्म और छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।
एक पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब उन्होंने स्कूल की ही महिला शिक्षकों को अपने साथ हो रहे उत्पीड़न की सूचना दी, तो शिक्षिकाओं ने लड़कियों को ये लालच दिया कि वो उनकी फीस और उनकी किताबों का खर्च देंगी। यही नहीं, इन शिक्षिकाओं ने पीड़िताओं को इस मामले के बारे में किसी से शिकायत न करने के लिए भी कहा।
अपनी आप बीती रखते हुए पीड़िता ने अपने बयान में कहा, “मुझे मुफ्त में स्कूल की ड्रेस, किताब-कॉपी देने का लालच देकर स्कूल की अध्यापिका मनीषा यादव और अनीता कुमारी पास में रहने वाले शिक्षक सुरेश मीणा के घर ले गई। वहाँ प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार, अध्यापक राजकुमार और प्रमोद कुमार पहले से ही मौजूद थे। वो वहाँ शराब पी रहे थे। फिर उन्होंने मेरे कपड़े उतार दिए और चारों ने मेरे साथ गलत काम किया।”
पीड़िता ने बताया कि जब उसके साथ चारों अध्यापक सामूहिक बलात्कार कर रहे थे, उस दौरान दोनों अध्यापिकाओं ने इस कुकृत्य का वीडियो बनाया और उसे धमकी भी दी कि अगर उसने विरोध किया तो वीडियो वायरल कर परीक्षा में फेल कर देंगे।