राजस्थान: आदिवासी महिला से पुलिस चौकी में रेप का प्रयास, कॉन्सटेबल के ही बचाव में जुटा 'ईकोसिस्टम'

28 दिसम्बर, 2021 By: DoPolitics स्टाफ़
राजस्थान में आदिवासी महिला के साथ पुलिस कॉन्स्टेबल ने किया दुष्कर्म का प्रयास

राजस्थान के उदयपुर में एक पुलिस द्वारा एक आदिवासी महिला के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया गया। महिला ने पुलिस पर अपने परिवार के साथ भी मारपीट और हिंसा करने का भी आरोप लगाया है। 

रविवार (26 दिसंबर, 2021) को ज़िले के आदिवासी बाहुल्य पानरवा थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा एक आदिवासी महिला के साथ दुर्व्यहार किया गया। इतना ही नहीं, एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने उसके साथ दुष्कर्म का भी प्रयास किया। 

पीड़िता ने बताया कि पहले शुक्रवार को कॉन्स्टेबल जितेन्द्र और सहायक उपनिरीक्षक राजकुमार इस आदिवासी महिला और उसके माता-पिता को एक स्थानीय व्यक्ति की गुमशुदगी की एक शिकायत के मामले में एक निजी वाहन से गुजरात ले गए। इस मामले की जाँच के दौरान पुलिस ने इस महिला के साथ अपराधियों जैसा दुर्व्यवहार किया। 

पुलिस महिला को निजी वाहन में लेकर कई दिनों तक घूमती रही और आखिरकार उसे गुजरात ले जाकर छोड़ आई।

गुजरात के विसनगर से वापस आने के बाद पुलिस डैया चौकी पहुँची और रातभर उन लोगों को चौकी में ही रखा गया। पुलिस ने महिला से झाड़ू-पोछा और करवाया और खाना भी बनवाया। महिला ने यह आरोप भी लगाया है कि कॉन्स्टेबल जितेंद्र ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। शोर मचाने पर जब उसके पिता उसे बचाने पहुँचे तो उन्हें बेरहमी से पीटा गया। 

अगले दिन पुलिस इन्हें दोबारा गुजरात ले गई। इस दौरान गाँव में घटना की सूचना फ़ैल गई तो पुलिस इन लोगों को मारपीट कर विसनगर में ही छोड़ आई। परिवार के तीनों लोग शनिवार को गाँव वापस लौटे। 

साभार- दैनिक भास्कर

प्रारम्भिक रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि महिला के साथ ज़बरदस्ती करने वाले पुलिसकर्मी को बचाने की कोशिश भी की गई। इसी सिलसिले में जब महिला ने स्वयं डैया थाने में शिकायत दर्ज कराई, तो अपने पुलिसकर्मी साथी को बचाने के लिए अधिकारियों ने सही एफआईआर दर्ज नहीं करी और रिपोर्ट में बदलाव कर दिए।

एफआईआर में पुलिस ने केवल आईपीसी की धारा 354 और चोट पहुँचाने की धारा 323 लगाई है। बता दें कि पीड़िता के घरवालों के अनुसार उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास हुआ था और उन्हें अवैध रूप से कस्टडी में भी रखा गया।

 विधायक के हस्तक्षेप के बाद FIR 

रविवार की शाम को मामले ने तूल पकड़ा तो स्थानीय विधायक ने हस्तक्षेप करके शिकायत दर्ज कराई। उदयपुर के झाडोल के भाजपा विधायक बाबूलाल ने आरोप लगाया कि कॉन्स्टेबल ने आदिवासी महिला से छेड़छाड़ के साथ-साथ महिला और उसके पिता के साथ मारपीट भी की थी । उन्होंने कहा:

‘‘पुलिस ने शुरू में मामला दर्ज नहीं किया और मुझे मामला दर्ज करवाने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा। महिला और उसके माता-पिता को निजी एसयूवी वाहन में बिना महिला कॉन्स्टेबल के ले जाया गया। पीड़ित महिला को रात को पुलिस चौकी में रखा गया। पुलिस ने कई नियमों का उल्लंघन किया है।’’

उदयपुर पुलिस अधिकारी मनोज चौधरी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपित कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया है और मामले को लेकर लापरवाही बरतने के लिए थानाधिकारी और उपनिरीक्षक को भी पुलिस लाइन हाज़िर किया गया है।



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