लफंदर विज्ञापन बंद कर नालायक क्रिकेटर: विराट कोहली को ले कर रवीश कुमार का ट्वीट वायरल

01 नवम्बर, 2021
रवीश कुमार का ट्वीट वायरल, विराट कोहली को बताया लफंडर

हाल ही में चल रहे क्रिकेट के टी-20 विश्व कप में रविवार (31 अक्टूबर, 2021) को भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गए मुकाबले में भारत की निराशाजनक हार हुई। इस मौके पर विवादित कप्तान विराट कोहली की खासी आलोचना हो रही है।

विराट कोहली पर हिन्दुओं को दिए गए ‘ज्ञान’ के बाद NDTV के प्रोपेगेंडा पत्रकार पत्रकार रवीश कुमार का भी एक पुराना ट्वीट ख़ासा वायरल हो रहा है। 2012 में किए गए इस ट्वीट में रवीश कुमार ने विराट कोहली के निजी जीवन पर कठोर टिप्पणी की थी।

टी-20 विश्व कप के पहले मैच में पाकिस्तान से 10 विकेट से हारने के बाद भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को भारतीय टीम से इस मैच में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी, परंतु भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के हाथ इस बार भी निराशा ही लगी।

न्यूज़ीलैंड के साथ मैच में पूरी टीम मात्र 110 रनों पर सिमट गई, जिसके बाद टीम की गेंदबाजी भी एकदम औसत रही और न्यूज़ीलैंड ने केवल 14.3 ओवरों में भारत को आठ विकेटों  से आसान शिकस्त दे दी।

इस निराशाजनक हार के बाद भारतीय क्रिकेट प्रेमी काफी दुखी नजर आ रहे हैं और ट्विटर समेत सभी सोशल मीडिया साइट्स पर भारतीय टीम और मुख्यतः कप्तान विराट कोहली की भारी आलोचना होने लगी।



जहाँ कई लोगों ने इसे कप्तान विराट कोहली को खेल से ज्यादा वोक बनने और विज्ञापनों पर ध्यान देने से जोड़ा तो कई लोग टीम इंडिया द्वारा ब्लैक लाइव्स मैटर(BLM) जैसे विदेशी चलन के पालन करने को भी बीच में ले आए।

हालाँकि भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड के साथ हुए मैच में इस कृत्य से बचती दिखी और खिलाड़ियों ने मैदान पर घुटने नहीं टेके। पिछले मैच में भारतीय टीम की इसे लेकर खासी आलोचना हुई थी।



‘लड़की पटाता है, नालायक क्रिकेटर’

इसी बीच एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार का वर्ष 2012 का एक ट्वीट इंटरनेट पर खासा वायरल हुआ। इस ट्वीट में वे भारतीय कप्तान को ‘लोफर’ और ‘नालायक’ क्रिकेटर बता रहे हैं। इस ट्वीट में रवीश लिखते हैं:

“विराट कोहली को कोई क्यों नहीं बताता कि लफंदर का विज्ञापन बंद करे। हर विज्ञापन में वह लोफर बनता है और लड़की पटाता है। नालायक क्रिकेटर।”

बता दें कि एक बड़ा वामपंथी धड़ा कुछ समय पहले तक विराट के चाल-चलन और मैदान पर उनके शारीरिक हाव भाव के आधार पर विराट कोहली की खासी आलोचना करता था। वामपंथी उन्हें एक ‘बुरे आचरण वाला और बदतमीज क्रिकेटर’ भी मानते थे।

विराट कोहली द्वारा पिछले कुछ समय से अपनी इस छवि को सुधारने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है और वे इसके चलते सोशल मीडिया पर स्वयं को ‘वोक’ साबित करने में लगे हैं।

शोएब अख्तर ने भी अपनी एक वीडियो में इस बात पर निशाना साधते हुए कटाक्ष किया कि भारतीय टीम के खिलाड़ियों को इंस्टाग्राम पर क्रिकेट खेलना छोड़कर ग्राउंड पर क्रिकेट खेलना प्रारंभ कर देना चाहिए। 


क्रिकेट प्रेमियों का यह भी कहना है कि विराट कोहली समेत भारतीय टीम केवल विज्ञापनों, हिंदू त्योहारों पर ज्ञान देने और ब्लैक लाइव्स मैटर (BLM) जैसे फर्ज़ी राजनीतिक हथकंडों को प्रमोट करने में लगी है और इन लोगों का खेल पर कोई ध्यान नहीं है।



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