श्रीनगर लव जिहाद: 18 साल की सिख लड़की का ‘आनंद कारज’ संपन्न, बुजुर्गों ने लिया फैसला

29 जून, 2021 By: अजीत भारती
कश्मीर में सिख युवती के धर्मांतरण के मामले पर विवाद बढ़ता जा रहा है

कश्मीर में हुए सिख लड़कियों के पंथ परिवर्तन मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। अब सिख समुदाय द्वारा 18 वर्षीय लड़की का एक सिख युवक से जबरन विवाह कराया जा रहा है। मंगलवार सुबह ठीक 10 बजे गुरुद्वारे में ‘आनंद कारज’ हो गया है।

बता दें कि इस लड़की का पहले ही 46 साल के एक पहले से ही विवाहित मुस्लिम व्यक्ति से विवाह करा कर पंथ परिवर्तन करा दिया गया था। मंगलवार (29 जून, 2021) सुबह करीब 5:30 पर आज यह खबर आई कि समाज के बड़ों ने यह फैसला लिया है कि बच्ची की शादी अपने ही समाज में होनी चाहिए क्योंकि एक मुस्लिम से शादी जबरन हुई थी और ऐसा करना उनकी नजरों में गलत है। अतः यह फैसला हुआ कि गुरुद्वारे में लड़की की शादी किसी योग्य सिख लड़के से कर दी जाए।

कश्मीर में हुआ 2 सिख लड़कियों का पंथ परिवर्तन का मुद्दा अब देशभर में तूल पकड़े हैं। दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा ने कश्मीर जाकर श्रीनगर की सड़कों पर सिख समुदाय के साथ इस मामले को लेकर भारी प्रदर्शन किया था।

बता दें कि एक लड़की मनमीत कौर को सिख समुदाय के हवाले कर दिया गया था, परंतु दूसरी लड़की धनमीत कौर को कोर्ट ने कथित तौर पर उसके परिवार का पक्ष बिना सुने ही मुस्लिम परिवार के हवाले कर दिया था।

18 वर्षीय मनमीत कौर का गुरुद्वारे में विवाह

अब सिख समुदाय द्वारा पूरे मामले पर एक नया ही बड़ा कदम उठाया जा रहा है। 18 वर्षीय लड़की मनमीत कौर जिसे सिख समुदाय के लोग कोर्ट से छुड़ाकर लाने में सफल हो गए थे, अब उसका पुनर्विवाह कराया जा रहा है।

सिख समुदाय जबरन 18 वर्षीय मनमीत कौर का गुरुद्वारे में सिख युवक से विवाह करा रहा है। बता दें कि मुस्लिम समुदाय ने पहले ही लड़की को इस्लाम कुबूलवाने के बाद उसका 46 वर्षीय अधेड़ उम्र के मुस्लिम से निकाह करा कर पंथ परिवर्तन करा दिया था। ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि लड़की अभी स्कूल में ही केवल 12वीं कक्षा में पढ़ती है।

सिख समुदाय में भारी आक्रोश

हाल ही में दो सिख लड़कियों की कश्मीर में हुए ‘लव जिहाद’ से सिख समुदाय में भारी आक्रोश है। सिख समुदाय ने बार-बार यह कहा है कि इसे योजनाबद्ध तरीके से करवाया जा रहा है और उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। वो कश्मीर में स्वयं को अकेला पाते हैं। ऐसे समय में वो एंटी कन्वर्जन कानून की माँग करते हुए इन शादियों को अमान्य घोषित करने की बातें कर रहे हैं।


मामले को लेकर सिख समुदाय जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा के पास भी पहुँचा था। बता दें कि पूरे मामले से देश के गृहमंत्री अमित शाह को भी अवगत कराया गया है और उन्होंने इस पर संज्ञान लेते हुए शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया था।



सहयोग करें
वामपंथी मीडिया तगड़ी फ़ंडिंग के बल पर झूठी खबरें और नैरेटिव फैलाता रहता है। इस प्रपंच और सतत चल रहे प्रॉपगैंडा का जवाब उसी भाषा और शैली में देने के लिए हमें आपके आर्थिक सहयोग की आवश्यकता है। आप निम्नलिखित लिंक्स के माध्यम से हमें समर्थन दे सकते हैं: