ISIS के मुखपत्र पर हिन्दुओं का मौन विनाशकारी सिद्ध होगा: महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरी ने की धर्म संसद के आयोजन की घोषणा

01 दिसम्बर, 2021
महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरी ने की धर्म संसद के आयोजन की घोषणा

आज बुधवार (1 दिसम्बर, 2021) को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी नरसिंहानंद गिरी महाराज ने हरिद्वार में कहा कि ISIS के मुखपत्र पर मुरुदेश्वर महादेव की खंडित तस्वीर छपने के बाद भी हिन्दू समान का मौन विनाशकारी साबित होगा।

स्वामी नरसिंहानंद गिरी,स्वामी अमृतानंद जी महाराज व श्रीपरशुराम अखाड़ा के अध्यक्ष पण्डित अधीर कौशिक ने इस्लामिक आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) के भारत के मुखपत्र वॉइस ऑफ हिन्द के कवर पेज पर मुरुदेश्वर महादेव की प्रतिमा को क्षत विक्षत दिखाने और प्रतिमा के शीर्ष पर आईएसआईएस के झंडे को दिखाने को लेकर हरिद्वार में भूपतवाला स्थित वेद निकेतन धाम में सन्यासियों के साथ एक बैठक की।

बैठक को सम्बोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी नरसिंहानंद गिरी जी ने कहा कि आईएसआईएस ने ‘वॉइस ऑफ हिन्द’ के कवर पृष्ठ पर दुनिया की विशालतम प्रतिमाओं में से एक मुरुदेश्वर महादेव की प्रतिमा को खंडित दिखाकर और प्रतिमा के शीर्ष पर आईएसआईएस का झंडा दिखाकर अपने घृणित इरादों को बहुत मजबूत तरीके से सम्पूर्ण विश्व के सामने रखा है।

उन्होंने कहा,

“इस्लाम का उदय ही निर्दोष लोगों की हत्या करके उनकी औरतों को लूटने और सम्पत्ति को कब्जाने के लिए हुआ है। मोहम्मद ने अपनी बर्बरता की शुरुआत ही अपने पूर्वजों के मन्दिर को नष्ट करके की थी। आज भी मोहम्मद के अनुयायी पूरी दुनिया मे गैर मुस्लिमों के धर्मस्थलों को नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने अपनी धर्म पुस्तक कुरान और हदीसो में इसकी स्पष्ट घोषणा कर रखी है।”

महामंडलेश्वर ने आगे कहा, “सच तो ये है कि मोहम्मदवादी अल्लाह के अलावा किसी के भगवान को सम्मान योग्य और मोहम्मदवादीयों के अलावा किसी भी मानव को जिंदा रहने के योग्य मानते ही नहीं है। आईएसआईएस अरब में और सारी दुनिया में जो कर रहा है, वही असली इस्लाम है।”

उन्होंने कहा,

“वस्तुतः मोहम्मदवादी आईएसआईएस, तालिबान, अलकायदा या अन्य इस्लामिक संगठन सच में वो ही कर रहे हैं जो इस्लाम उन्हें करने का आदेश देता है। अतः वो जो कर रहे हैं, उनके हिसाब से वो बिल्कुल सही कर रहे हैं। मोहम्मदवादी के रूप में ये ही उनका कर्तव्य है। सारी गलती हिन्दुओं की है जो पिछले 1400 साल से इन बर्बरों के शिकार होकर अपनी देवप्रतिमाओं और मठ मंदिरों को तुड़वा रहे हैं, अपनी औरतों की मंडी लगवा रहे हैं, अपनी संतानों का निर्ममता पूर्ण तरीके से कत्ल करवा रहे हैं।”

“हम हिन्दुओं की कायरता के कारण सोमनाथ महादेव, काशी विश्वनाथ, श्री रामजन्म भूमि,श्रीकृष्ण जन्मभूमि सहित हमारे लाखो मठ मन्दिर तोड़ दिए। आज मुरुदेश्वर महादेव की विशाल प्रतिमा को तोड़ने का संकेत देकर मोहम्मदवादीयों ने स्पष्ट बता दिया है कि वो हिन्दुओं के सर्वनाश के लिए कृतसंकल्पित हैं। इतनी बड़ी घटना पर हिन्दू समाज का मौन विनाशकारी सिद्ध होगा।”

उन्होंने यह भी कहा, “आईएसआईएस के इस कुकृत्य का किसी भी मोहम्मदवादी ने विरोध नहीं किया है। इसका अर्थ है कि उन सभी की मौन स्वीकृति आईएसआईएस के इस कुत्सित लक्ष्य को है और ये सभी एक ही हैं। अब हम सभी को इनकी सच्चाई को समझ कर अपने अस्तित्व के लिये लड़ना ही होगा।”

बैठक में स्वामी अमृतानंद जी ने कहा, “अब हमारे धैर्य की सभी सीमाएँ टूट चुकी हैं। मोहम्मदवादी अब हमें भी अपने जैसा बनने के लिए मजबूर कर रहे हैं। ये परिस्थिति बहुत निराशाजनक हैं और ये परिस्थिति हिन्दुओं को अंतिम लड़ाई के लिए मजबूर कर रही हैं। अब कोई भी हिन्दुओं को कमजोर न समझे। हम सनातन धर्म और अपने भगवान के अस्तित्व और सम्मान से कोई समझौता नहीं करेंगे।”

बैठक में श्रीपरशुराम अखाड़ा के अध्यक्ष पण्डित अधीर कौशिक ने कहा, “अब हिन्दुओं का धैर्य टूट चुका है। एक तरफ तो ये मोहम्मदवादी जरा जरा सी बातों पर निर्दोषों का सर काटने पर उतारू हो जाते हैं और दूसरी तरफ दूसरे धर्मों के मठ मंदिरों और पूजा स्थलों को तोड़ने के लिये सदैव तैयारी करते रहते हैं।”

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ट्विटर पर एक तस्वीर खूब वायरल हो रही थी। यह तस्वीर आईएसआईएस द्वारा प्रकाशित की जाने वाली एक पत्रिका ‘द वॉइस ऑफ हिंद’ (‘The Voice of Hind’) की कवर फोटो है।

इस तस्वीर में भगवान शिव की एक प्रतिमा देखी जा सकती है, जिसे खंडित करके उस पर इस्लामिक स्टेट (IS) का झंडा लगा हुआ दिखाया गया है। इसके साथ ही इस तस्वीर पर ‘इट्स टाइम टू ब्रेक द फॉल्स गॉड्स’ नामक संदेश लिखा गया है इसका अर्थ है कि ‘समय आ गया है कि झूठे भगवानों को तोड़कर गिराया जाए।’

18 और 19 दिसम्बर, 2021 को हरिद्वार में आयोजित होगा धर्म संसद

बैठक में महामंडलेश्वर स्वामी नरसिंहानंद गिरी जी ने बताया कि इसी माह की दिनांक 18 और 19 को हरिद्वार में अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए संत और समाज के समन्वय हेतु धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है ।

धर्म संसद में सनातन धर्म के सभी सम्प्रदायो के धर्मगुरुओं सहित देश के सभी हिन्दू संगठनों के कार्यकताओ को आमंत्रित किया जाएगा ताकि आने वाले भयानक इस्लामी जिहाद के खतरे का सामना संगठित रूप से किया जा सके।

बैठक में वेद निकेतन धाम से साध्वी अमृता भारती जी, स्वामी ललितानंद जी, स्वामी परमानंद जी, स्वामी विश्वापुरी जी, स्वामी पवनकृष्ण जी तथा अन्य संत उपस्थित थे।



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