ब्रिटेन ने बीबीसी की फंडिंग में कटौती करते हुए इस पर 2 साल का प्रतिबन्ध लगा दिया है। ब्रिटेन से संस्कृति सचिव ने कहा है कि बीबीसी को एक सरल और निष्पक्ष संगठन बनने की जरूरत है। वहीं, विपक्ष ने इसे देश के सबसे बड़े मीडिया संस्थान पर सांस्कृतिक बर्बरता का आरोप बताया है।
ब्रिटेन ने अगले दो साल तक ब्रिटेन की फंडिंग रोकने के साथ ही 2027 में ब्रॉडकोस्ट चैनल का लाइसेंस समाप्त करने की घोषणा की है। ब्रिटेन ने सोमवार (17 जनवरी, 2022) को कहा कि दो साल के लिए बीबीसी को मिलने वाली फंडिंग पर रोक लगा दी गई है।
साथ ही सरकार इस पर बहस शुरू करेगी कि क्या आधुनिक टेलीविजन युग में एक सार्वभौमिक लाइसेंस शुल्क जारी रहना चाहिए। डोरिस ने कहा कि बीबीसी को 2024 तक प्रति वर्ष मिलने वाली 159 पाउंड (217 डॉलर) राशि पर रोक लगा दी गई है।
संस्कृति सचिव नादिन डोरिस ने संसद को बताया कि ब्रिटेन के सांस्कृतिक जीवन के केंद्र में बीबीसी को एक सरल संगठन बनने की जरूरत है, खासकर ऐसे समय मे जब ब्रिटिश जनता बढ़ती ऊर्जा और टैक्स बिलों का सामना कर रही है।
पिछले कुछ समय से बीबीसी और हाल के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार के बीच तनाव और भिड़ंत की स्थिति बनी हुई है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार ने पहले ही सार्वजनिक प्रसारण के लिए बीबीसी को वित्त पोषित करने के तरीके में सुधार करने का सुझाव दिया था।
सरकार और बीबीसी के बीच यह टकराव कथित रूप से बीबीसी के वामपंथी झुकाव और एंटी-नेशनल एजेंडे को ले कर था। विवाद का एक विशेष कारण ब्रेक्सिट का मुद्दा रहा है। बीबीसी के कवरेज में ब्रेक्सिट समर्थक दलों की अत्यधिक और एकतरफा आलोचना वाले कार्यक्रम प्रसारित करने मे आरोप लगता रहा है।
सरकार समर्थक एक सांसद ने पिछले हफ्ते बीबीसी पर लॉकडाउन के दौरान डाउनिंग स्ट्रीट पर प्रधानमंत्री जॉनसन के आवास पर आयोजित विभिन्न पार्टियों पर अपनी रिपोर्टिंग के माध्यम से ‘तख्तापलट की कोशिश’ करने का आरोप लगाया था।
बीबीसी हाल के वर्षों में, डेविड के प्राकृतिक इतिहास कार्यक्रमों और स्ट्रिक्टली कम डांसिंग जैसे मनोरंजन शो को लेकर भी प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार के साथ भिड़ गया था। सरकार ने बीबीसी पर निष्पक्ष समाचार प्रदान करने में विफल रहने का आरोप लगाया था।
विपक्षी श्रम प्रवक्ता लुसी पॉवेल ने संसद को बताया कि बीबीसी की फंडिंग फ्रीज करना ब्रिटेन के सार्वजनिक जीवन के सबसे बड़े संस्थानों में से एक पर हमला है, और एक तरह की सांस्कृतिक बर्बरता है।
श्रम कानून निर्माता और संस्कृति नीति प्रमुख लुसी पॉवेल ने कहा, “प्रधानमंत्री और संस्कृति सचिव इस महान ब्रिटिश संस्थान पर हमला करने पर आमादा हैं, क्योंकि उन्हें इसकी पत्रकारिता पसंद नहीं।”
ब्रिटिश समाचार पत्र मेल की रविवार की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश सरकार द्वारा बीबीसी को दी जाने वाली फंडिंग को फ्रीज करने के निर्णय के बाद से बीबीसी अनिश्चित भविष्य का सामना कर रहा है।
फंडिंग पर रोक के बीबीसी की ऑन-एयर सेवाओं के लिए एक झटका साबित हो सकता है, क्योंकि ब्रॉडकास्टर निजी तौर पर वित्त पोषित चैनलों के साथ-साथ नेटफ्लिक्स जैसे स्ट्रीमिंग दिग्गजों के साथ भी प्रतिस्पर्धा करता है।