उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर में दलित परिवार के साथ खाना खाया। साथ ही सभी देशवासियों को मकर संक्रांति के पर्व की शुभकामनाएँ दी। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियाँ भी गिनाई।
गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने की परंपरा को निरंतर गति दे रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को पार्टी के दलित कार्यकर्ता अमृत लाल भारती के यहाँ सहभोज में शामिल हुए। अमृत लाल भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं। उनका परिवार करीब 30 वर्षों से गोरखनाथ मंदिर से जुड़ा हुआ है।
तय कार्यक्रम के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को झूमिया गेट स्थित गोरखपुर फर्टिलाइजर पहुँचे, जहाँ उन्होंने पार्टी के दलित कार्यकर्ता अमतपाल भारती के घर खाना खाया। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर अमृत लाल का परिवार सुबह से उत्साहित था। घर में सुबह से तैयारी की जा रही थी।
जानकारी के अनुसार, दलित के घर खिचड़ी खाने की परंपरा करीब 40 वर्ष पुरानी है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ शुरू से इस परंपरा का निर्वहन करते रहे हैं। उनसे पहले ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ भी इस परंपरा का निर्वहन करते रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने इस दौरान देश-प्रदेश वासियों सहित पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को मकर संक्रांति की शुभकामनाएँ भी दी।
मीडिया से बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र की सभी योजनाओं का लाभ यूपी के परिवारों को मिला है। गैस सिलेंडर, बिजली, आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ मिला है। कोरोना महामारी के दौरान फ्री में टेस्ट, उपचार और राशन की व्यवस्था की गई है। वैक्सीन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
सीएम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार का ये डबल डोज है। हम महीने में दो बार राशन फ्री दे रहे हैं। यही समता मूलक समाज की स्थापना का, भ्रष्टाचार मुक्त समाज और सुशासन का हिस्सा है।भाजपा अपने इसी मिशन को लेकर आगे बढ़ी है।
शनिवार 15 जनवरी को ब्रह्म मुहूर्त में तीन बजे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ बाबा गोरखनाथ की विशेष पूजा-अर्चना करेंगे। मंदिर की तरफ से बाबा को खिचड़ी अर्पित की जाती है। इसके बाद नेपाल राजपरिवार से आई खिचड़ी चढ़ाई जाती है।
फिर इसके बाद नाथ संप्रदाय के योगी, पुजारी और मंदिर के गृहस्थ शिष्य खिचड़ी चढ़ाएँगे। गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर्व पर बाबा गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा युगों पुरानी है। भगवान सूर्य के प्रति आस्था से जुड़े इस पर्व पर खिचड़ी चढ़ाने का इतिहास त्रेतायुग का है।
त्रेता काल की इस परंपरा का निर्वाह आज भी पूरी श्रद्धा के साथ किया जा रहा है। बता दें कि मकर संक्रांति का पर्व शनिवार को है, लेकिन परम्परागत रूप से 14 जनवरी को खिचड़ी मनाने वाले श्रद्धालुओं ने शुक्रवार भोर से ही गोरखनाथ मंदिर में बाबा गोरखनाथ को श्रद्धा की पवित्र खिचड़ी चढ़ाना शुरू कर दिया है।