वन्नियार संगम के प्रदेश अध्यक्ष ने अभिनेता सूर्या और फिल्म ‘जय भीम’ के निर्देशक टीजे ग्नानवेल को कानूनी नोटिस भेजा है। इसमें उन्होंने माँग की है कि हाल ही में आई फिल्म ‘जय भीम’ के निर्माता बिना शर्त के माफी माँगें और उन सभी दृश्यों को हटाएँ जिन्हें उन्होंने मानहानिकारक करार दिया था।
कानूनी नोटिस में फिल्म से सम्बंधित अन्य लोगों से भी कहा कि वे वन्नियार समुदाय और उसके लोगों के विरुद्ध किसी भी झूठी, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिकारक टिप्पणी करने या प्रकाशित करने से बचें। इस नोटिस में सात दिनों की अवधि के भीतर 5 करोड़ रुपये के हर्जाने की भी माँग की गई है।
इस कानूनी नोटिस में आरोप लगाया गया है कि हालाँकि फिल्म में दर्शाई गई कुछ घटनाएँ वास्तविक जीवन की घटनाओं पर आधारित हैं, परन्तु फिल्म में राजकन्नू को प्रताड़ित करने वाले पुलिसकर्मी के चरित्र को जानबूझकर वन्नियार जाति से संबंधित दिखाया गया है।
नोटिस भेजने वालों ने लिखा है:
“हमारे मुवक्किल का कहना है कि फिल्म में वास्तविक घटना में वास्तविक पात्रों के असली नाम बरकरार रखे हैं परन्तु जानबूझकर फिल्म में सब-इंस्पेक्टर का नाम बदल दिया गया है। असल कहानी में, जिस सब-इंस्पेक्टर को हिरासत में लेकर विचाराधीन कैदी की मौत हुई, वह एंथनीसामी था, जो पंथ से ईसाई था।”
साथ ही यह आरोप भी लगाया गया है कि फिल्म निर्माताओं ने जानबूझकर वन्नियार संगम से जुड़े ‘अग्नि कुडम’ प्रतीक के साथ एक कैलेंडर रखा था, ताकि सब-इंस्पेक्टर को वन्नियार के रूप में चित्रित किया जा सके।
नोटिस में यह भी दावा किया गया है कि यह वन्नियार संगम के सदस्यों को बदनाम करने और पूरे वन्नियार समुदाय की छवि और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से किया गया।
इस नोटिस में नामित अन्य लोगों में अभिनेता सूर्या की पत्नी ज्योतिका भी हैं, 2डी एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (जो सूर्या और ज्योतिका का प्रोडक्शन हाउस है) और Amazon के कुछ प्रतिनिधि भी हैं।
बता दें कि गत सप्ताह, सूर्या ने एक बयान जारी कर कहा था कि उनकी फिल्म और उनका किसी भी व्यक्ति या समुदाय का अपमान करने का कोई इरादा था। जय भीम पर डीएमके नेता द्वारा भी सवाल उठाए गए थे जिसके जवाब में, सूर्या ने यह व्याख्या दी थी।