बंगाल: 2 युवतियों को प्यार में फँसाने के बाद मो. अख्तर ने की हत्या, खेत से कंकाल मिलने पर हुआ खुलासा

14 सितम्बर, 2021
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में लव जिहाद का मामला

पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी क्षेत्र से दो नृशंस हत्याओं का मामला सामने आया है। यहाँ मोहम्मद अख्तर हुसैन नाम के व्यक्ति ने 19 वर्षीय अंकिता मैती एवं 24 वर्षीय सुचिता मोंडल नामक 2 महिलाओं की बेरहमी से हत्या कर दी एवं उनकी लाशों को भी छुपाने का प्रयास किया।

उत्तर भारत के कई राज्यों समेत पश्चिम बंगाल और कई उत्तर पूर्वी राज्यों से भी लव जिहाद के मामले सामने आते रहे हैं। पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी एवं रोहिंग्या अवैध घुसपैठियों की कोई कमी नहीं है। राज्य में अधिकतर इन्हीं लोगों के द्वारा कई अपराधों को अंजाम दिया जाता है।

हाल ही में सिलीगुड़ी क्षेत्र से मोहम्मद अख्तर हुसैन नामक व्यक्ति को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ। दरअसल पश्चिम बंगाल पुलिस को सिलीगुड़ी के माटीगाड़ा रेल गेट के पास 31 अगस्त, 2021 को एक विवाहिता का शव बरामद हुआ था।

शुरुआती जाँच के बाद पता चला कि युवती का नाम अंकिता मैती है। इस हत्या के आरोप में महिला के पति और सास-ससुर को हिरासत में ले लिया गया, परन्तु आगे की जाँच के बाद पुलिस को पता चला कि विवाहिता के एक स्थानीय मोहम्मद अख्तर हुसैन नामक युवक से प्रेम सम्बन्ध थे। पुलिस ने आरोपित युवक को गिरफ्तार कर पूछताछ की। 


शादीशुदा होकर भी बनाए प्रेम संबंध, फिर हत्या 

पूछताछ के दौरान युवक के बारे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। आरोपित युवक ने स्वीकार किया है कि यह उसके द्वारा की गई पहली हत्या नहीं थी। उसने तीन महीने पहले भी एक अन्य युवती की हत्या की, जिसके शव को उसने शुंटकी हाट के एक खेत में दफना दिया था।

पुलिस ने जब बताए गए स्थान पर जाकर जाँच की तो सुचेता मंडल नाम की एक अन्य युवती का कंकाल बरामद हुआ। पुलिस ने शव को आगे की जाँच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया है।

मोहम्मद अख्तर हुसैन एक शादीशुदा युवक है। उसके घर में उसकी पत्नी और बच्चे हैं। इसके बाद भी वह एक विवाहेतर प्रेम संबंधों में शामिल था और दोनों हिंदू लड़कियाँ भी उसके जाल में फँस गईं।

हुसैन ने आगे बताया कि अंकिता और सुचेता के साथ उसके प्रेम संबंध थे। इसी कारण जब उसकी पत्नी को पता चला तो उसने उन दोनों को मार डाला। सुचेता की उसने तीन महीने पहले हत्या कर दी थी और उसे शुंटकी हाट में एक जमीन में दफना दिया गया था। उसने पहले से ही उसका शव वहीं दफनाने की योजना बनाई थी। 

स्थानीय मीडिया मौन 

बता दें कि इस पूरी जघन्य घटना पर पश्चिम बंगाल का स्थानीय और राज्य स्तर का मीडिया भी पूरी तरह से मौन है, जिन मीडिया संस्थाओं ने घटना की रिपोर्टिंग की भी है उन्होंने भी दोनों हिन्दू पीड़िता महिलाओं के नामों को पूरी तरह से गायब कर दिया है।  

पुलिस ने 13 सितंबर को शव बरामद करने के बाद सुचेता के परिजनों को पूरी घटना की सूचना दी। उसकी लाश को देखकर उसकी माँ की आँखों से आँसू छलक गए।

बाद में पुलिस ने शव को जाँच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया। आरोपित को हिरासत में लेकर अब पुलिस इस बात की जाँच कर रही है कि क्या इन दोनों महिलाओं की हत्या में कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल था या नहीं?



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