उत्तराखंड के बद्रीनाथ मंदिर को लेकर एक मौलाना का वीडियो इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है। इसमें यह व्यक्ति बद्रीनाथ धाम को मुस्लिमों का पवित्र स्थल ‘बदरुद्दीन शाह’ बताता देखा जा सकता है।
उत्तराखंड के बद्रीनाथ मंदिर परिसर के समीप नमाज़ पढ़े जाने को लेकर पहाड़ी राज्य में काफी विवाद की स्थिति बनी हुई है। हालाँकि नमाज़ मंदिर परिसर से करीब 700 मीटर की दूरी पर पढ़ी गई थी, परंतु फिर भी स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर खासा आक्रोश है।
उनका कहना है कि जब उन्हें कोविड के दौरान मंदिर के दर्शन तक नहीं करने लिए जा रहे हैं तो मुस्लिम समुदाय को क्षेत्र में नमाज़ पढ़ने की अनुमति क्यों? लोगों का यह भी तर्क है कि बद्रीनाथ धाम में पूजा अनुष्ठान के सेवा कोई भी अन्य गतिविधि प्रतिबंधित है।
ऐसे में ट्विटर एवं सोशल मीडिया साइटों पर एक मौलाना का वीडियो खासा वायरल हो रहा है, जिसमें वह कई बेबुनियादी बातें कहता देखा जा सकता है। यह मौलाना वीडियो में गैर-तथ्यात्मक बातें कर रहा है, जिसमें वह बद्रीनाथ धाम को मुस्लिमों का पवित्र स्थल ‘बदरुद्दीन शाह’ बताता है और इसे मुस्लिमों के हवाले किए जाने की बात कहता है।
वीडियो में मौलाना ने आगे कहा कि:
“नाथ लगा लेने से वो हिंदू हो गए क्या? वो ‘बदरुद्दीन शाह’ हैं। पहले तारीख उठाकर देखें, उसके बाद आगे बकवास करें। वह मुसलमानों का धार्मिक स्थल है, जो मुसलमानों को चाहिए। मैं वहाँ के चीफ मिनिस्टर से माँग करता हूँ कि वह मुसलमानों के फौरन हवाले कर दिया जाए। मोदी जी इसमें आगे आएँ और हमारे उत्तराखंड का चीफ मिनिस्टर इस बकवास को रोकें। इन्हें लगाम दें वरना मुसलमान मार्च करेंगे। वह हमारा धार्मिक स्थल है, हम उस पर जाकर कब्ज़ा कर लेंगे।”
वीडियो में इस प्रकार की बेबुनियादी बातें करके सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला यह मौलाना कौन है इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस द्वारा भी इसे लेकर अब तक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है।
वीडियो पुराना है, परंतु बद्रीनाथ धाम में पढ़ी गई नमाज़ के विवाद के बाद पुनः इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। बद्रीनाथ विवाद एवं इस प्रकार की आपत्तिजनक वीडियो सामने आने के बाद उत्तराखंड में ‘भू कानून’ की माँग और तेज़ हो गई है। बता दें कि उत्तराखंड की जनता एक लंबे समय से राज्य में भू कानूनों की माँग कर रही है।
इस कानून की बात उत्तराखंड की भूमि एवं पहाड़ों और पहाड़ी सभ्यता की रक्षा की दृष्टि से की जा रही है।