मुंबई कॉन्ग्रेस के पूर्व प्रमुख तथा राज्य के मंत्री रहे कृपाशंकर सिंह भारतीय जनता पार्टी में आने वाले हैं। कृपाशंकर सिंह ने वर्ष 2010 में अजी़ज़ बर्नी द्वारा लिखी गई पुस्तक ’26/11 आरएसएस की साजिश’ का विमोचन किया था।
भारत में दक्षिणपंथी तथा हिंदूवादी छवि रखने वाली भारतीय जनता पार्टी कुछ समय से छवि और अपनी विचारधारा दोनों के ही विपरीत कार्य करती देखी गई है। कई राज्यों में पार्टी ने विचारधाराओं से इतर तो कई जगह तो एकदम ही विपरीत विचार रखने वाले नेताओं व लोगों को पार्टी में शामिल किया है। ऐसा ही कुछ कारनामा पार्टी हाईकमान द्वारा अब महाराष्ट्र में भी किया गया।
बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन बीएमसी (BMC) चुनावों को देखते हुए पार्टी हाईकमान द्वारा कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ मंत्री रहे कृपाशंकर सिंह को भाजपा में शामिल कर लिया गया है। उन्हें इस तर्क पर पार्टी में शामिल किया गया कि वह उत्तर भारतीय लोगों में एक चर्चित चेहरा हैं तथा पार्टी के लिए यह धड़ा लंबे समय से एक भारी वोट बैंक का काम करता रहा है।
समाचार के अनुसार कृपाशंकर बुधवार (7 जुलाई, 2021) को पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में पार्टी में शामिल किए जाएँगे।
पूरे मामले को लेकर कृपाशंकर ने कहा:
“मैंने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के मुद्दे पर कॉन्ग्रेस छोड़ दी। इस प्रक्रिया का विरोध हो सकता है लेकिन कॉन्ग्रेस के इस कदम का विरोध करने का कोई कारण नहीं था। मैंने इस पर पार्टी के रुख पर कारण पूछा था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अब मैं बिना कोई शर्त रखे बीजेपी में शामिल हो रहा हूँ।”
बता देंगे कृपाशंकर सिंह ने सितंबर, 2019 में कॉन्ग्रेस पार्टी छोड़ दी थी।
पूरे मामले की खबर सुनकर लोगों ने ट्विटर पर विचित्र प्रतिप्रतिक्रियाएँ व्यक्त कीं। अधिकतर लोगों ने इस बात को चिन्हित करके बताया कि कृपाशंकर 2010 में एक मनगढ़ंत तथ्यों पर छापी गई पुस्तक का विमोचन करते पाए गए थे।
बता दें कि साल 2010 में अज़ीज़ बर्नी नामक व्यक्ति द्वारा यह पुस्तक लिखी गई थी, जिसमें भारत पर पाकिस्तान के आतंकी संगठन द्वारा किए गए 26/11 के आतंकी हमले को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस की साज़िश बताते हुए गैर तथ्यात्मक और भी बेबुनियादी बातें कहीं गई थीं।
साल 2010 में इस पुस्तक के विमोचन के दौरान बॉलीवुड के कथित डायरेक्टर महेश भट्ट तथा वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी शामिल थे।
लोगों ने ट्विटर पर इस बात को लेकर भाजपा की खिंचाई भी की। कई लोगों ने यह बात कही कि क्या भाजपा भविष्य में महेश भट्ट या दिग्विजय सिंह जैसे लोगों को भी पार्टी में लेने का तो नहीं सोच रही है?