खौफ से फोर्स छोड़ खुद आतंकी बन रहे हैं सुरक्षाबल: 'द वायर' को कश्मीर पुलिस का कारण बताओ नोटिस

04 जुलाई, 2021
‘द वायर’ ने एक बार फिर चलाई फेक न्यूज़, कश्मीर पुलिस का नोटिस

मीडिया संस्था ‘द वायर’ को फेक न्यूज़ चलाने के कारण कश्मीर पुलिस द्वारा कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। पुलिस द्वारा यह नोटिस स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) से संबंधित मामले में गलत खबर चलाने को लेकर भेजा गया है।

‘द वायर’ ‘क्विंट’ जैसे वामपंथी मीडिया संस्थाएँ समय-समय पर फ़र्ज़ी खबरें चलाने को लेकर सुर्खियों में आते रहते हैं। कुछ समय पूर्व गाज़ियाबाद के लोनी में हुए एक मुस्लिम समुदाय के आपस के झगड़े को हिंदू-मुस्लिम झगड़े का रंग देकर इन्होंने अराजकता फैलाने का संपूर्ण प्रयास किया था। कुछ दिन पहले ‘द वायर’ पर यूपी पुलिस ने एक मस्जिद के मामले में भी फेक न्यूज़ चलाने को लेकर कार्रवाई की थी। इस बार ऐसी ही कुछ कार्रवाई कश्मीर पुलिस द्वारा सामने आई है।

‘द वायर’ द्वारा सोमवार (28 जून, 2021) को They Have Destroyed My Family के नाम से एक खबर प्रकाशित की गई। कश्मीर पुलिस ने इसे गलत एवं अफवाहों पर आधारित बताया है।



वायर का दावा- सुरक्षा बल बन रहे आतंकी

‘द वायर’ ने अपनी इस रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि पिछले कुछ समय में स्पेशल पुलिस ऑफिसर आतंकियों के भय के कारण फोर्स छोड़कर स्वयं आतंकी बन रहे हैं। कश्मीर पुलिस द्वारा इसे पूर्ण रूप से बेबुनियाद बताया गया है।

उन्होंने बताया कि ‘द वायर’ द्वारा प्रकाशित इस लेख में यह बात पूर्ण रूप से गलत है, क्षेत्र में पुलिस व सुरक्षाबल दिन रात सौहार्द व शांतिपूर्ण माहौल बनाने के लिए लड़ रहे हैं। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट में बिना किसी तर्क या डेटा के सुरक्षाबलों के विरुद्ध इस प्रकार की झूठी बातें छापी जा रही हैं।


कश्मीर पुलिस ने आगे यह भी कहा कि लिखी गई बात को सुरक्षा एजेंसियों से बिना पूछे या तथ्य की जानकारी लिए छापा गया। अगर वर्ष 2021 की बात की जाए तो एक भी ऐसी घटना सामने नहीं आई है, जिसमें कोई स्पेशल पुलिस अधिकारी अपनी नौकरी छोड़कर किसी आतंकी संगठन में शामिल हुआ हो।

एनकाउंटर को दिया ‘कस्टोडियल किलिंग’ का नाम

ऐसे ही एक अन्य 7 जून, 2021 को छापे गए आर्टिकल ‘Genuine Encounter or Custodial Killing’ में ‘द वायर’ ने पुनः सुरक्षाबलों एवं पुलिस को नकारात्मक दृष्टि से दिखाने का प्रयास किया है।

इसमें मोहम्मद अमीन मलिक नामक आतंकी के एनकाउंटर को फर्ज़ी साबित करने का प्रयास किया गया तथा उसके लिए झूठ का सहारा भी लिया गया। कश्मीर पुलिस ने साफ किया है कि पकड़े गए दोषी को संपूर्ण अनिवार्य प्रक्रिया के साथ नियंत्रित करने का प्रयास किया गया था।  


पुलिस ने बताया की मौके पर कार्यकारी मजिस्ट्रेट तथा दोषी की माँ भी उपस्थित थे, जिन्होंने आतंकी से आत्मसमर्पण करने का आग्रह किया था।

कश्मीर पुलिस ने इस मामले में भी ‘द वायर’ पर झूठा एजेंडा चलाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने सभी तथ्यों एवं हालातों को देखते हुए ‘द वायर’ को कारण बताओ नोटिस भेजा, जिसमें उनसे यह व्याख्या माँगी गई है कि उनके इस झूठ के विरुद्ध प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया में इससे संबंधित शिकायत क्यों न की जाए?



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