उरई की एक 23 साल की हिंदू युवती को तीन माह पहले भगाकर निकाह करने वाले मुस्लिम युवक ने मंगलवार को जलाकर फेंक दिया। उसे नाजुक हालत में मेडिकल कालेज झाँसी रेफर किया गया है।
उरई (जालौन) शहर कोतवाली क्षेत्र में कानपुर-झाँसी हाईवे के किनारे ग्राम अजनारा के पास स्थित ‘राधे ढाबा’ के पास मंगलवार (6 जुलाई, 2021) को गंभीर रुप से झुलती युवती को पड़ा देख हड़कंप मच गया।
आग से बुरी तरह झुलसी युवती को करीब डेढ़ से दो घंटे तक सड़क किनारे पड़ी तड़पती रही। ढाबा संचालक भानु राजपूत की सूचना पर यूपी-112 पुलिस टीम पहुँची।
मौके पर पहुँची पुलिस ने करीब 30 फीसदी जल चुकी युवती को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ युवती की गम्भीर हालत को देखते हुए उसे झाँसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
सीओ सिटी संतोष कुमार व शहर कोतवाल विनोद कुमार पांडेय ने अस्पताल पहुँचकर उससे पूछताछ की। युवती ने खुद को झाँसी के पूँछ थाना क्षेत्र के ग्राम सेसा निवासी मुन्नीलाल की बेटी उमा बताया।
युवती ने बताया कि उसे उरई के मोहल्ला बजरिया निवासी पति आरिफ खान ने जलाकर फेंका है। उसने तीन माह पहले घर से भागकर आरिफ के साथ प्रेम विवाह किया था। निकाह के एक माह बाद ही आरिफ उसे यातनाएँ देने लगा और बाद में हत्या के इरादे से उसे जलाकर फेंक दिया। पुलिस ने युवती के स्वजन को सूचना दे दी है।
अपर पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि युवती के मुताबिक, करीब तीन माह पूर्व उरई के बजरिया निवासी युवक आरिफ के साथ कोर्ट मैरिज की थी। इसके बाद से वह उरई में ही रह रही थी। युवती में अनुसार आरिफ ने उसे मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी।
आरोपित आरिफ खान की दूसरी जगह शादी हो जाने के कारण वह उमा को अपने साथ नहीं रखना चाहता था। इसी बात से तंग आकर आरिफ ने इस घटना को अंजाम दिया।
एएसपी ने बताया कि फिलहाल युवती की हालत अत्यंत गंभीर है। इसलिए ज्यादा पूछताछ नहीं की जा सकी है। लड़खड़ाती जुबान से उसने सिर्फ पति पर ही जलाने का आरोप लगाया है। उसके मजिस्ट्रेटी भी बयान लिए गए हैं।
आरोपित पति की तलाश के लिए पुलिस दबिश दे रही है। सीओ सिटी ने कहा है कि मामले की गहनता से पड़ताल कराई जा रही है। युवती ने अपने बयान में जिस आरिफ का नाम लिया है, उसकी तलाश की जा रही है। उसके सामने आने पर ही सच्चाई पता चलेगी।
एक सोर्स के मुताबिक,पीड़िता और घटना को अंजाम देने वाला आरिफ, दोनों एक ही गाँव के रहने वाले हैं। दोनों झाँसी जनपद के पूँछ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सेसा गाँव के रहने वाले हैं। दोनों बीच पिछले 3 सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। बीते साल दोनों घर से होकर भाग गए थे और घर वालों की मर्जी के बिना गुजरात में कोर्ट मैरिज कर ली थी।
इस मामले में युवती के पिता मुन्नीलाल द्वारा मुकदमा भी दर्ज कराया गया था, लेकिन दोनों ने कोर्ट में बयान देकर मामले को समाप्त करा दिया था। बाद में दोनों पक्षों में सुलहनामा हो गया था। परिजनों के सुलहनामा होने के बाद आरिफ और उमा अलग अलग रहने लगे थे।
घटना के 3 दिन पहले ही उमा अपने घर सेसा आई हुई थी, जहाँ उसने आरिफ से मिलकर उसके साथ रहने की जिद की। जिससे परेशान होकर आरिफ ने छुटकारा पाने के लिए उमा को मिलने बुलाया और उसके ऊपर मिट्टी का तेल डालकर जला मारने का प्रयास किया, लेकिन युवती बच गई।