इंदौर में तस्लीम की पिटाई मामले में इंदौर पुलिस ने अब चूड़ी बेचने वाले तस्लीम के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है। 13 साल की बच्ची ने उस पर हाथ पकड़ कर अश्लील हरकत करने और गाल छूने की शिकायत दर्ज कराई है।
मध्य प्रदेश के इंदौर में गोविंद मगर इलाके में चूड़ीवाले तस्लीम की पिटाई का हाल ही में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस मामले में पुलिस ने तस्लीम की शिकायत पर पिटाई करने वाले तीन नामजद लोगों सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ IPC की धारा 153-ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 141 (गैरकानूनी सभा), 147 (दंगा), 395 (डकैती), 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत ममल दर्ज किया था।
इसके बाद इंदौर पुलिस ने तीन मुख्य आरोपितों में दो मुख्य आरोपितों- राकेश पवार और राजकुमार भटनागर को गिरफ्तार कर लिया था। अब इस मामले में इंदौर पुलिस ने एक बच्ची की शिकायत पर चूड़ी विक्रेता तस्लीम पर भी पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ थाना घरने वाली समुदाय विशेष की अज्ञात भीड़ के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
13 वर्षीय स्कूली छात्रा की शिकायत पर चूड़ी विक्रेता तस्लीम अली के खिलाफ लैंगिक उत्पीड़न और पहचान से जुड़े दस्तावेजों की जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है। अपनी शिकायत में नाबालिग लड़की ने कहा है कि वह रविवार दोपहर करीब दो बजे उसके घर आया था, तब बच्ची के पिता घर से बाहर थे। पीड़िता ने कहा कि तस्लीम ने उसे चूड़ियाँ बेचने के लिए अपनी पहचान छुपाते हुए अपना नाम गोलू बताया और ‘आधा जला’ आधार कार्ड दिखाया।
लड़की ने कहा, “वह रविवार दोपहर करीब 2 बजे हमारे घर आया था, जब मेरे पिता बाहर थे। उसने अपनी पहचान गोलू के रूप में बताई और आधा जला हुआ आधार कार्ड दिखाया। हमने उससे चूड़ियाँ खरीदना शुरू किया। जैसे ही मेरी माँ पैसे लेने गई, चूड़ी-विक्रेता ने मुझे गंदी नजर से देखते हुए मेरा हाथ पकड़ कर कहा, ‘मैं तुम्हें चूड़ियाँ पहनने में मदद करूँगा’। उसने मेरे गालों को भी गलत तरीके से छुआ।”
बच्ची का कहना है कि जब आरोपित ने उसे छुआ तो वह चीख पड़ी। इससे उसकी माँ घबरा गई और उसे बचाने के लिए दौड़ी। आरोप के अनुसार इसके बाद तस्लीम ने कथित तौर पर लड़की को धमकाया और भाग गया। इस बीच शोर मचाने पर पड़ोसियों और स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया।
इंदौर पुलिस ने तस्लीम के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) और IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 471 (फर्जी दस्तावेजों को असली के रूप में उपयोग करना) के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक अली के पास से फर्जी दस्तावेज पाए गए। उसके पास दो आधार कार्ड थे। एक में नाम ‘मोर सिंह का बेटा असलम’ और दूसरे में ‘मोहर अली का बेटा तस्लीम’ था।
पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने कहा, “पुलिस को अली के कैरी बैग से अलग-अलग नामों के दो आधार कार्ड और एक जला हुआ मतदाता पहचान पत्र मिला है, जिसमें उसका नाम स्पष्ट नहीं था। लेकिन पिता के नाम के कॉलम में ‘मोहन सिंह’ छपा हुआ है। पुलिस को उसके पास से एक अलग नाम का वोटर आईडी कार्ड भी मिला है।”
इंदौर एसपी ने अशुतोष बागरी ने बताया कि बच्ची की शिकायत पर, तस्लीम के खिलाफ़ जाली दस्तावेज बनाने और बच्ची का यौन शोषण करने के आरोपों में POCSO की संबंधित धाराओं और धारा 354, 354 (ए), 420, 467, 468, और 471 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
तस्लीम के समर्थन में थाने का घेराव करने वाली समुदाय विशेष की भीड़ के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। एसपी ने बताया जिस वक्त मारपीट करने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज की जा रही थी तो उसी वक्त दूसरे समुदाय विशेषके लोगों की भीड़ ने थाने को घेरकर विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी की थी बाहर भी विरोध-प्रदर्शन किया।
एसपी के अनुसार तस्लीम को पीटने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही थी, बावज़ूद इसके भीड़ ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की अतः भीड़ जमा करने वालों के खिलाफ भी भड़काने का मामला दर्ज किया गया है। जिले में सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है और नागरिकों से किसी भी तरह के बहकावे नहीं आने को कहा गया है।
इस घटना को लेकर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी सोमवार को ट्वीट किया था, “इंदौर में दो समुदायों के बीच हुए विवाद के मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। रिपोर्ट के अनुसार एक विशेष समुदाय का व्यक्ति हिन्दू नाम रखकर चूड़ियाँ बेच रहा था, जिसके कारण सारा विवाद हुआ।”
इससे पहले उन्होंने कहा था, “हमारे यहाँ सावन के महीने में बहन-बेटियों के चूड़ियाँ पहनने की परम्परा है, उसने महिलाओं को केवल चूड़ियाँ पहनाने के लिए हिन्दू नाम रखा था, जबकि वह किसी दूसरे समुदाय का है। इसी तरह से उसके पास से दो आधार कार्ड बरामद हुए हैं।”
रविवार (22 अगस्त, 2021) को इंदौर के गोविंद नगर इलाके में में एक मुस्लिम चूड़ी विक्रेता युवक की पिटाई का मामला सामने आया था। चूड़ी विक्रेता युवक का कहना था कि उसे हिन्दू इलाके में चूड़ी बेचने के आरोप में पीटा गया, जबकि स्थानीय लोगों का कहना था कि युवक चूड़ी पहनाने के बहाने हिन्दू महिलाओं से छेड़छाड़ और अभद्रता कर रहा था।
इस घटना का वीडीयो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने राजनैतिक रूप ले लिया था। घटना का वीडियो ट्वीट करते हुए कॉन्ग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए लिखा कि यह वीडियो अफगानिस्तान का नहीं है बल्कि इंदौर का है।
उन्होंने लिखा है कि शिवराज सिंह जी के सपनों के मध्य प्रदेश में मुस्लिमों का सामान लूट कर सरेआम भीड़ से पिटाई करवाई जाती है। भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए एमपी कॉन्ग्रेस ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को खत्म कर दिया है। इंदौर में अब सार्वजनिक रूप से लिंचिंग की गई है।
वहीं में राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दावा करते हुए कहा था कि चूड़ी विक्रेता युवक हिंदू नाम रखकर चूड़ियाँ बेच रहा था और उसके पास से दो आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई आदमी अपना नाम, जाति और धर्म छुपाता है तो लोगों के मन में कड़वाहट आती है।
उन्होंने कहा था कि मुस्लिम युवक हिन्दू चूड़ी विक्रेता के रूप में आया था, भ्रम की स्थिति थी और उसकी आईडी देखकर सच सामने आया। उन्होंने आगे कहा कि इसे सांप्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए।