टोक्यो में चल रहे ओलंपिक, 2020 में भारतीय तीरंदाज दीपिका कुमारी क्वार्टर फ़ाइनल मैच में हारने के बाद ओलंपिक से बाहर हो गईं। इस अवसर पर चर्चित अंग्रेजी समाचार पत्र ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ ने यह ख़बर छापने के लिए तीरंदाज दीपिका कुमारी के लिए बेहद अपमानजनक शब्दावली का प्रयोग किया।
भारतीय मीडिया गिरोह समय-समय पर अपनी कुत्सित एवं भारत-विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन करता ही रहता है। देश-विरोधी गतिविधियों और लोगों को पीड़ित दिखाने से लेकर अब ये गिरोह देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों पर भी टूट पड़ा है। ऐसा ही एक उदाहरण ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ ने 30 जुलाई, 2021 को प्रस्तुत किया।
भारतीय तीरंदाज दीपिका कुमारी टोक्यो ओलम्पिक, 2020 में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं थीं। दीपिका अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइनल राउंड तक पहुँचीं, परन्तु उसके बाद क्वार्टर फ़ाइनल मैच में कोरियाई खिलाड़ी एन सेन से जीत नहीं सकीं।
शुक्रवार (30 जुलाई, 2021) को हुए इस मैच में दीपिका 6-0 से पराजित हो गईं। बता दें कि दीपिका ने इससे पहले टोक्यो ओलम्पिक में हुए 3 मैचों में भूटान की करमा को 6-0, अमेरिका की जे फर्नांडीज़ को 6-4 और रूस की के पेरोवा को 6-5 से पराजित किया था।
दुनिया की नंबर एक तीरंदाज की हार की इस खबर को छापते समय बहुचर्चित अखबार ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ ने आपत्तिजनक शब्दावली का प्रयोग किया। टाइम्स समूह ने अपने लेख में उन्हें मैच में ‘Crashes out’ यानी ‘ध्वस्त’ होता बताया।
इससे भी मन न भरने पर ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ ने इस खबर को ट्वीट करते हुए ट्विटर ने साथ-साथ ‘Surrendered’ यानी ‘आत्मसमर्पण’ किया हुआ बताया।
इस प्रकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली खिलाड़ी के लिए इस प्रकार की शब्दावली का उपयोग अपमानजनक के साथ-साथ निंदनीय भी है।
बता दें कि ‘टाइम्स’ समूह पहले भी इस प्रकार के कुकृत्य कर चुका है। ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ पहले भी यौन शोषण में लिप्त मौलानाओं को साधू और तांत्रिक लिखकर अजेंडावादी पत्रकारिता चलाता रहा है। ये वही गिरोह है जो समय समय पर भगवा गमछे को वायरस बताते हुए रिपोर्टिंग कर चुका है।
पहले हिन्दू साधुओं का अपमान और अब देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिलाने वाली खिलाड़ी के लिए इस प्रकार की शब्दावली लिखकर टाइम्स समूह ने अपनी हिन्दूघृणा एवं देश विरोधी विचारधार दोनों का प्रमाण प्रस्तुत किया है।