बंगाल में चुनाव नतीजों के आते ही राजनीतिक गुंडों का आतंक चारों ओर नजर आ रहा है। ये राजनीतिक गुंडे सिर्फ भाजपा कार्यालय और कार्यकर्ताओं के घरों को ही राख नहीं कर रहे, बल्कि हिन्दू मंदिरों, उनकी दुकानों और महिलाओं को भी हिंसा का शिकार बना रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को बंगाल सरकार से ‘राज्य में विपक्षी राजनीतिक कार्यकर्ताओं को लक्षित करने वाली हिंसा’ पर एक विस्तृत रिपोर्ट माँगी है, जिसमें रविवार शाम से 11 लोग मारे जा चुके हैं।
ऐसी ही कुछ तस्वीरें बंगाल के अलग-अलग हिस्सों से सामने आई हैं। जिन्हें देख कर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन उपद्रवियों द्वारा इस हिंसा को कितने बड़े स्तर पर अंजाम दिया जा रहा है।
बालापांडा स्थित पूर्वी मेदिनीपुर, 2 मई की रात को, अज्ञात व्यक्तियों ने श्री हनुमान मंदिर पर हमला किया। इन लोगों द्वारा प्रतिमा को तोड़ा गया और पास के एक तालाब में फेंक दिया गया।
जिला पुरबा बर्धमान स्थित धत्रिग्राम में भी हनुमान की मूर्ति को तोड़ दिया गया और मंदिर से बाहर फेंक दिया गया।
ऐसी खबरें भी सामने आई हैं, जिनमें बताया जा रहा है कि बीरभूम जिला स्थित नानूर में एक हज़ार से अधिक हिंदू परिवार और भाजपा समर्थकों लूट के भय से अपना गाँव छोड़ कर भागने को मजबूर हैं। लुटेरों द्वारा गाँव की महिलाओं से छेड़छाड़ और बदसलूकी भी की गई।
पुरबा बर्धमान में जिला स्थित कंकोरा जिला के आउसग्राम में 3 मई को पूरा आदिवासी गाँव जला दिया गया। ग्रामीण अपने घरों से भाग गए और जंगलों में जा कर छुप गए हैं।
कूचबिहार जिला स्थित सीतलकुची के गोलोनोहाटी गाँव में हिंदू घरों पर हमला किया और कथित तौर पर मजहबी गुंडों द्वारा उनके घरों को तोड़ दिया गया।
डायमंड हार्बर थानांतर्गत उत्तर पंचग्राम में जमकर तोड़ फोड़ की गई और लोगों की संपत्ति को नुकसान पहुँचाया गया