मौलवी ने किया 9 साल की बच्ची का रेप, असम पुलिस ने मारी घुटने में गोली

03 जुलाई, 2021
65 वर्षीय सैयद अली 9 साल की बच्ची का रेप करने के बाद हत्या कर दी।

असम के मोरीगाँव जिले में 9 साल की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में 65 वर्ष के मौलवी को गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपित की पहचान सैयद अली के रूप में हुई है।

पूछताछ के दौरान आरोपित मौलवी को जब घटनास्थल पर ले जाया गया तो उसने मौका पाकर भागने की कोशिश की। उसे काबू करने के लिए पुलिस को उसके घुटनों में गोली मारनी पड़ी।

असम पुलिस ने बीते रविवार (27 जून, 2021) को आरोपित सैयद अली को तड़के भूरागाँव के पास से गिरफ्तार किया था। वह स्थनीय मदरसे से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। पुलिस इस वारदात में शामिल दो-तीन और लोगों की भी तलाश कर रही है।

मोरीगाँव जिले के भूरागाँव थाना क्षेत्र के बालिडुँगा गाँव की रहने वाली 9 वर्षीय बच्ची का शव 20 जून को ब्रह्मपुत्र नदी के पास एक जूट के खेत में मिला था। क्षेत्रीय लोगों ने संदेह जताया गया था कि बच्ची की सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या की गई है।

जाँच में सामूहिक बलात्कार की पुष्टि होने के बाद पुलिस गम्भीरता से आरोपियों की पहचान करने में जुटी थी। इस दौरान जाँच अधिकारियों को पता चला कि सन्दिग्ध सैयद अली घटना वाले दिन से ही फरार है और बच्ची के परिवार पर मामला दबाने का डाल रहा है।

इसके बाद रविवार (27 जून, 2021) को आरोपित सैयद अली को मोरीगाँव जिले के बुरागाँव के पास से दबोच लिया गया। इस दौरान आरोपित सैयद अली को क्राइम सीन दोहराने के लिए पुलिस घटनास्थल पर ले गई तो उसने भागने की कोशिश की।


पुलिस ने उसे रुकने और आत्मसमर्पण की चेतावनी दी, लेकिन जब वो नहीं माना तो पुलिस ने उसे काबू करने के लिए उसके पैर पर निशाना लगा कर गोली मार दी। आरोपित को इलाज़ के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इससे पहले इस सनसनीखेज और दर्दनाक घटना के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने पुलिस महानिदेशक के साथ जाँच में प्रगति का जायजा लेने के लिए 25 जून को भूरागाँव का दौरा किया था।

सीएम हिमंता बिस्वा सरमा, सांसद दिलीप सैकिया, मोरीगाँव के विधायक रमाकाँत देउरी और लाहौरीघाट के विधायक डॉ आसिफ मोहम्मद नागर के साथ 25 जून को पीड़िता के घर गए थे और पीड़ित परिवार से बातचीत की थी।

सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा था, “हर जीवन अनमोल है। मोरीगाँव के भूरागाँव में एक मजहबी अल्पसंख्यक 9 साल की बच्ची के साथ जो हुआ वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था। मैं लड़की के माता-पिता से मिला और उन्हें आश्वासन दिया कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”

शुक्रवार की यह घटना असम में पिछले एक महीने में ऐसी चौथी घटना है, जब आरोपित के हिरासत से भागने की कोशिश में पुलिस फायरिंग में घायल हो गया।

मौलवी के अलावा, तीन अन्य – एक बलात्कार आरोपित, एक ड्रग तस्कर और एक पशु तस्कर – उस समय घायल हो गए जब वो पुलिस की हिरासत से भागने की कोशिश कर रहे थे और पुलिस को उन पर गोलियाँ चलानी पड़ीं।



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